रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री-सह-अध्यक्ष, झारखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में कोविड 19 हेतु प्रतिबंध और छूट के परिपेक्ष्य में निर्णय लिए जाने हेतु झारखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में हुई. मुख्यमंत्री को सचिव आपदा प्रबंधन अमिताभ कौशल ने बताया कि देवघर स्थित बाबा धाम मंदिर खोलने के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के संबंध में समाचार पत्रों में समाचार प्रकाशित हुए हैं. इस पर मुख्यमंत्री द्वारा सचिव आपदा प्रबंधन को निदेश दिया गया कि मंदिर खोलने से संबंधित सर्वोच्च न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) के आदेश की प्रति यथा शीघ्र प्रस्तुत करें. निर्णय लिया गया कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अध्ययन कर धार्मिक स्थल को कोरोना के परिप्रेक्ष्य में खोलने पर विचार किया जाए. आदेश की प्रति प्राप्त होते ही अगले सप्ताह बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया. बैठक में मंत्री आपदा प्रबंधन बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव वित्त विभाग अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, सचिव ग्रामीण विकास अबु बकर सिद्दीकी उपस्थित थे. सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में वर्तमान में कक्षा 9 से कक्षा 12 तक खोले गये स्कूलों की स्थिति की समीक्षा की गयी, जिसके बाद तय की गयी कि स्कूलों को उसी नियम के तहत अब कक्षा 6 के बाद भी खोला जा सकेगा. इसके तहत नियम और गाइडलाइन पहले से जारी किये जा चुके है. इसके अलावा वीकेंड लॉकडाउन को पूरी तरह समाप्त कर दी गयी है. इसके साथ ही कोरोना के सारे गाइडलाइन का पालन करने को कहा गया है. हालांकि, अब तक अधिकारिक रिपोर्ट जारी नहीं की गयी है. बताया जाता है कि मीटिंग के बाद सारे लोग वापस विधानसभा में चले गये जबकि अधिकारियों को कहा गया है कि वे लोग विस्तृत गाइडलाइन जारी करें, जिसको लेकर अब तक इंतजार किया जा रहा है. अब तक सरकार ने इस मसले पर अधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी है.