

रांची : झारखंड विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के छठा दिन भी हंगामा हुआ. शुक्रवार को सुबह में सदन की कार्यवाही के दौरान भाजपा विधायकों ने फिर से बाधा डाला. इस दौरान मधुमक्खियों के सदन में हुए हमले में घायल पत्रकार के इलाज कराने की व्यवस्था पर सवाल उठाया गया तो भाजपा के विधायकों ने अपना हंगामा जारी रखा. इसके बाद प्रश्नकाल की शुरुआत स्पीकर ने शुरू की. इसका भाजपा के विधायकों ने विरोध करना शुरू किया और कहा कि कार्यस्थगन प्रस्ताव भाजपा के विधायकों ने दिया है, जिसको पहले लाया जाये, जिसको मानने से सदन के स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने इनकार कर दिया. इसके बाद भाजपा विधायक हंगामा करने लगे और वेल में पहुंच गये थे. इसके बाद दोपहर 12.30 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दी गयी. इसके बाद भाजाप के विधायक हंगामा करने लगे. सदन के बाहर ही वे लोग धरना पर बैठ गये. रास्ते को ही बंद कर भाजपा के विधायक बैठ गये थे. वे लोग भाजपा की रघुवर सरकार में लागू किये गये नियोजन नीति को रद्द करने का विरोध किया तो कानून व्यवस्था और अवैध खनन पर भी भाजपा विधायकों ने विरोध जारी रखा. भाजपा विधायकों के हंगामा के बीच ही स्पीकर ने विधानसभा संचालन नियमावली की पुस्तिका भाजपा के विधायकों को भेजी, जिसमें लिखा गया है कि किस तरह तारांकित, शून्यकाल और अल्पसूचित प्रश्न उठाना है और कार्यस्थगन कैसे लाना है, इसकी भी जानकारी दी गयी. लेकिन फिर भी भाजपा विधायक हंगामा करते रहे. वे लोग कार्यस्थगन प्रस्ताव लाने की मांग कर रहे थे. हंगामा के बीच भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने स्पीकर पर सरकार का पक्ष लेकर सदन संचालित करने का आरोप लगाया. इन लोगों ने पोस्टर हाथों में लेकर हंगामा किया. इस दौरान वे लोग झामुमो के विधायक स्टीफन मरांडी, लोबिन हेम्ब्रम और सीता सोरेन के भी सवालों पर जवाब चाहते थे कि अवैध उत्खनन पर सरकार चुप क्यों है. इस दौरान उग्रवादियों का संरक्षण देने का आरोप भी सरकार पर भाजपा विधायकों ने लगाया. भोजनावकाश के बाद सामान्य तौर पर सदन की कार्यवाही शुरू की गयी. इस दौरान गिरीडीह के झामुमो विधायक और हजारीबाग के भाजपा विधायक के बीच तीखी नोंकझोंक भी हो गयी. गिरीडीह के झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू बजट पर चर्चा करते हुए महाभारत के कुछ दृष्टांत का प्रयाक किया और आम बजट को सही बताया. इस पर भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि तथ्यों पर बात करें, महाभारत की कहानियों से झारखंड का विकास नहीं होगा. इसके बाद दोनों ही विधायकों के बीच बहस शुरू हो गयी, जिसके बाद स्पीकर ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया. इस बीच महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के नाम पर भी जमकर हंगामा हुआ. गिरीडीह के झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने सदन में नाथूराम गोडसे मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिया, जिसका प्रतिवाद भाजपा ने किया तो रांची से विधायक और पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने स्टेन स्वामी को सामने लाकर सरकार को घेरने की कोशिश की. विधानसभा सत्र के शून्य काल में चाईबासा के विधायक दीपक बिरुवा ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कार्यरत अंशकालिक शिक्षिकाओं का मानदेय वृद्धि करते हुए स्थायीकरण करने की मांग की. विधायक दीपक बिरुवा ने कहा कि राज्य में सभी कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों का रिजल्ट बेहतर होता है. लेकिन कस्तूरबा विद्यालयों में कार्यरत अंशकालिक शिक्षिकाओं को न एसएल और न ही सीएल दी जाती है. इनका मानदेय भी 5000 रुपए है, जो मनरेगा मजदूर से भी कम है. इस बाबत श्री बिरुवा ने सरकार से अंशकालिक शिक्षिकाओं का मानदेय वृद्धि के साथ स्थायीकरण करने की मांग की.
