जमशेदपुर : झारखंड में लॉकडाउन लागू है. इस कड़ी में स्कूल और कॉलेज से लेकर सारे कोचिंग संस्थानें बंद है. इन सारे कॉलेजों और स्कूलों से लेकर कोचिंग संस्थानों को खोलने की आवाज उठने लगी है. स्कूल और कॉलेज अब कर्मचारियों और शिक्षकों को वेतन दे पाने में असमर्थता जता रहे है जबकि कोचिंग संस्थानों के मालिक कह रहे है कि वे लोग ही अब नहीं चल पायेंगे तो स्टाफ को कैसे चला सकेंगे. इस कड़ी में मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय ने क्लबों को खोलने के लिए मांग तेज कर दी है. उन्होंने इस संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है. उन्होंने बताया कि कोरोना के पहले ल हर में मार्च 2020 से सितंबर 2020 तक क्लब बंद थे जबकि दूसरी लहर में अप्रैल से ही सारे क्लब बंद है. जमशेदपुर में पांच बड़े क्लब है, जिसमें 400 कर्मचारी कामा कर रहे है. उन्होंने कहा है कि अब क्लब प्रबंधन पैसा देने की स्थिति में नहीं है. जब रेस्टोरेंट, बार, जिम, बैंक्वेट, मूवी हॉल खोला जा सकता है तो फिर कैसे क्लबों को नहीं खोला जा सकता है. उन्होंने कहा कि क्लबों के कर्मचारियों की रोजी रोटी पर अब संकट उत्पन्न हो जायेगा. 1 जुलाई से इसको खोलने की मांग की गयी है. उन्होंने बताया है कि करीब 2000 परिवारर इससे प्रभावित है. इस कारण इसको तत्काल खोला जाना चाहिए. राकेश्वर पांडेय झारखंड इंटक के प्रदेश अध्यक्ष भी है जबकि कैंटीन, होटल, रेस्टोरेंट वर्कर्स यूनियन और क्लब यूनियन के भी अध्यक्ष है.
jharkhand-wants-reopen-of-school-college-coaching-classes-clubs-झारखंड अब चाहता है स्कूल-कॉलेज, कोचिंग क्लास, सारे क्लबों की भी हालत दयनीय, मजदूर नेता राकेश्वर ने लिखा पत्र-अगर क्लबों को नहीं खोलेंगे तो कर्मचारियों को पैसा दे पाना मुश्किल होगा
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