जमशेदपुर : स्पेशल एक्साइज ड्यूटी और विलंब शुल्क में हुए वृद्धि को घटाने एवं जेएसबीएल द्वारा सारे ब्रांडो के शराब को समय पर उपलब्ध कराए जाने की मांग को लेकर झारखंड खुदरा शराब विक्रेता संघ ने 15 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान जारी कर दिया है. बुधवार को संघ के सदस्यों ने विभागीय सचिव से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. जहां सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से इन्होंने खुदरा शराब से स्पेशल एक्साइज ड्यूटी और विलंब शुल्क में हुई वृद्धि को अविलंब घटाने की मांग की है. वहीं खुदरा शराब विक्रेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा जो स्पेशल एक्साइज ड्यूटी लागू किया गया है, उसे एक्साइज ड्यूटी में समायोजित कर दिया गया इसके कारण दुकानदारी में अधिक पूंजी की आवश्यकता पड़ रही है, जो कोरोना काल में संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा राजस्व बढ़ाए जाने के निर्णय के कारण दोहरी मार झारखंड के खुदरा शराब विक्रेताओं को उठाना पड़ रहा है. जिसके कारण राज्य भर के खुदरा शराब कारोबारी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं. अनलॉक 5 के बाद भी राज्य में कई आर्थिक गतिविधियां सुचारू नहीं हो सकी है, जिसके कारण शराब विक्रेताओं को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. व्यापारिक गतिविधियों में शिथिलता के कारण राजस्व दिसंबर तक उठाव के अनुरूप लिए जाने की मांग उन्होंने की है. खुदरा विक्रेताओं ने वर्तमान में लिए जा रहे 5 फ़ीसदी विलंब शुल्क को घटाकर 0.5 फ़ीसदी किए जाने की मांग की है. वैसे इन्होंने सचिव से साफ तौर पर कहा है, कि अगर इनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है, तो वे अपने लाइसेंस विभाग को सौंप देंगे. साथ ही अग्रिम सुरक्षित राशि को समायोजित करने की भी इन्होंने स्वीकृति प्रदान कर दी है. मतलब साफ है, कि आने वाले दिनों में शराब के शौकीनों को बूंद- बूंद शराब के लिए या तो तरसना होगा, या ऊंचे कीमतों में शराब खरीदने को मजबूर होना पड़ेगा.
जमशेदपुर में बंद रहेगी शराब दुकानें
जमशेदपुर के शराब दुकानों के मालिकों ने हड़ताल से अपने को अलग रखा है. दुकानदारों के नेतृत्वकर्ता ने कहा है कि उनका भी चाहत है कि हड़ताल करें लेकिन आर्थिक हालात के कारण ऐसा नही कर पा रहे है. लेकिन दुकानों को खोला तो जाएगा लेकिन विरोध जारी रहेगा.