रांची : नक्सलियों के खिलाफ जारी अभियान से नक्सलियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसी बौखलाहट में कोल्हान क्षेत्र में नक्सिलयों ने ग्रामीणों को चेतावनी दी है कि वे जंगल में प्रवेश न करें, पुलिस और अन्य तैनात जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए पूरे इलाके में आईईडी बम बिछाए गए हैं. जंगल में प्रवेश करने पर वे बम की चपेट में आ सकते हैं, जिससे उनकी जान को खतरा है. दक्षिणी जोनल कमेटी माओवादी ने इसको लेकर एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की है. प्रेस विज्ञप्ति में इलाके के लोगों से दस बिंदुओं पर अपील की गई हैं. (नीचे भी पढ़ें)
इसके अनुसार जबतक कोल्हान में पुलिस और सेना का अभियान जारी रहेगा, तबतक इसी प्रकार से बारुदी सुरंग, बुबी ट्रेप माइन और स्पाइक होल लगाए जाते रहेंगे. पहले से लगाए गए सारे युद्ध सामग्री ज्यों के त्यों लगे हुए हैं. ग्रामीण जिस प्रकार से पहले सावधानी बरतते आए है, वैसी ही अभी भी सावधानी बरतते रहें. साथ ही अपने मवेशियों को निर्धारित स्थान पर चराने के लिए ले जाए. नक्सिलयों ने ग्रामीणों को चेतावनी दी है कि रास्ते व गाँव के आस-पास के जंगल पहाड़ में काटकर गिराई गई लकड़ी या किसी अनजान वस्तु को देखने पर वहां से तुरंत वापस लौट जाएं, उसे बिल्कुल ही ना छूए क्योंकि बारूदी सुरंग, बुबी ट्रैप माइन व स्पाइक होल ऑटोमेटिक तरीके से लगाया गया है, और इसमें जरा सी मानवीय संपर्क होते ही विस्फोट हो जाता है. (नीचे भी पढ़ें)
जिससे क्षणभर में किसी की भी प्राण जा सकती हैं. गाड़ी मालिक व ड्राइवर भी पूर्व सूचना का वैसे ही पालन करें. यानी रास्ते में गाड़ी चलाने का समय-सारणी पर ध्यान दें तथा बीच-बीच में हॉर्न बजाते रहें. अगर इसके बावजूद भी ग्रामीण बारुदी सुरंग, बुबी ट्रैप माइन और स्पाइक होल के चपेट में आकर अपना जान गंवाते और घायल होते है तो इसके लिए हम नहीं सरकार, पुलिस-प्रशासन एवं खुद भुक्तभोगी ही जिम्मेवार हैं. नक्सलियों के ग्रामीणों को चेतावनी दी कि वे इस पुलिसिया दमन अभियान का विरोध करे और अविलम्ब इसे बन्द करने व ग्रामीण क्षेत्रों से पुलिस कैम्प अविलम्ब वापस लेने का मांग करें