लोहरदगा : लोहरदगा मध्य विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका रेखा सोनी ने अपनी वाहवाही लूटने और पदाधिकारी की चहेती बनने के लिए बच्चों को चावल/राशि वितरण करने को स्कूल ही बुला लिया. सैकड़ों बच्चों के पहुंचने पर जब अफरातफरी मचने लगी तो वहां उपस्थित एसएमसी अध्यक्ष लक्ष्मी टोप्पो का कहना था कि प्रभारी प्रधानाध्यापिका द्वारा फोन करके आज 8 बजे सुबह गांव के बच्चों को स्कूल बुलाया गया था और मुझे भी वितरण करने के लिए उपस्थित रहने का निर्देश दिया था. साथ में माता समिति की सदस्य भी उपस्थित थीं. सहायक शिक्षिका किरण कुमारी और प्रभारी प्रधानाध्यापिका के पति अरुण कुमार स्वयं इस अवधि में उपस्थित थे. जिला शिक्षा पदाधिकारी अपनी चहेती को बचाने के लिए कह रहे हैं कि कन्फ्यूजन से बच्चे स्कूल चले आये. इससे जिला शिक्षा पदाधिकारी रतन महावार भी संदेह के घेरे में हैं. क्योंकि इस भीषण महामारी से बचने को पूरा देश लॉक डाउन है और प्रभारी प्रधानाध्यापिका द्वारा सैकड़ों बच्चे को बुला कर लापरवाही बरती जा रही है. लापरवाही बरतने वाली प्रभारी पर अविलंब करवाई की मांग वहां के अभिभावकों ने की है. जब गांव-गांव में जाकर डिस्टेंस रख कर चावल वितरण करना था तो सैकड़ों बच्चों को किसके निर्देश पर स्कूल बुलाया गया था. इससे लोहरदगा में अफरातफरी मची हुई है. पुलिस प्रशासन द्वारा वहां आकर बच्चों को वहां से हटाया गया और घर भेजा गया. स्कूल के अध्यक्ष इससे काफी अचंभित हैं कि सचिव सह प्रभारी प्रधानाध्यापक को नियम-कानून के तहत कार्य करना था. हमलोगों को स्कूल न बुला कर नियम-कानून की अवहेलना की है.
लोहरदगा मध्य विद्यालय में उड़ी लॉक डाउन की धज्जियां
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