चाकुलिया : लॉकडाउन होने से मजदूरों के समक्ष रोजगार की समस्या उत्पन्न हो रही है. रोजगार नहीं मिलने के कारण प्रखंड के ऐसे कई परिवार हैं, जिनके समक्ष आर्थिक स्थिति उत्पन्न हो रही है. चाकुलिया प्रखंड के बंगाल सीमा से सटे चालुनिया पंचायत के भंडारू सबर टोला के एक सबर परिवार के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. सबर टोला के गुरा सबर ने बताया कि उनके नाम पर लाल कार्ड स्वीकृत हुआ है. लॉकडाउन के बाद उसे सिर्फ एक बार 10 किलो चावल मिला है, वह भी अब समाप्त हो गया है. परिवार में वह उसकी पत्नी बुधु सबर, बेटी फूलमनी सबर (3), बेटा राजू सबर( 2) और भाभी पानमुनी सबर, उनके पुत्र सुभाष सबर (15), इंदमनी सबर (12), विश्वजीत सबर (9), विकास सबर (7) व स्नेहलता सबर (5) रहते हैं. घर में चावल समाप्त होने से उसके समक्ष परिवार का भरण-पोषण करने का संकट आ गया है.
गुरा सबर ने बताया कि वह किसी तरह मेहनत-मजदूरी कर अपना और परिवार का भरण पोषण करता था, जंगल से लकड़ी काटकर बाजार में बेच परिवार चलाता था, परंतु लॉकडाउन होने से उसका रोजगार भी छिन गया है. अब न तो घर में चावल है और न ही उसके पास रोजगार का साधन. वह अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करे इसकी चिंता उसे सता रही है. उसकी पत्नी अपने मायके से कुछ चावल लाने के लिए गई हुई है. अगर उसे चावल मिला तो कुछ दिन वह परिवार का पेट भर पाएगा, नहीं तो सभी भूखे रहने पर मजबूर होंगे. इस संबंध में गांव की वार्ड सदस्य बासंती हांसदा को जब सूचना मिली तो उन्होंने भी गुरा सबर के घर पहुंचकर मामले की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि सबर परिवार के समक्ष भुखमरी कि स्थिति उत्पन्न हो गयी है. वह इसकी सूचना बीडीओ को देकर जल्द से जल्द परिवार को चावल उपलब्ध कराने की दिशा में पहल करेंगी.