lohardaga-eid-celebration-अहले सुबह से ईद मुबारक का सिलसिला रहा जारी, गले लगकर ईद की मुबारकबाद दिया, सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम

राशिफल

लोहरदगा । कोरोना काल के बाद लगभग दो सालों बाद उत्साह, उमंग और खुषियो का त्योहार ईद का उमंग लोहरदगा के गली, मुहल्लो, गांव कस्बो और शहरी क्षेत्र में नजर आया। जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रो में ईद की धूम रही। सोमवार को चांद रात के बाद से ही ईद मुबारक का सिलसिला चला। ईदगाह में ईद की नमाज सुबह पौने आठ बजे जामा मस्जिद के इमाम समीम रिजवी द्वारा अता कराई गई। इसके बाद विभिन्न मस्जिदो में ईद की नमाज अता की गई। जामा मस्जिद व बेलाल मस्जिद में ईद की नमाज सुबह साढ़े आठ बजे अता की गई। चांद दिख जाने के बाद मंगलवार को मुस्लिम समुदाय के लोगो ने शहर के ईदगाह में नमाज अता कर विष्व षांति और भाईचारे की दुआएं मांगा। (नीचे देखे पूरी खबर)

शहर के जामा मस्जिद में इमाम षमीम रिजवी, मोती मस्जिद में मिन्हाजुल हक काषमी, अहसनी मस्जिद में हाजी गुलाम सादिक फिदाई, मस्जिदे आला हजरत में हाफीज मो0 खालिद कादरी, पावरगंज मस्जिद में हाफीज सफीकुर रहमान कादरी, बंगले वाले मस्जिद में हाफीज रउफ साहब, मोती मस्जिद में मिन्हाजुल हक काशमी, दिनिया मस्जिद में मौलाना हसन द्वारा नमाज अता कराई गई। ईद त्योहार को लेकर विभिन्न मस्जिदो में साफ सफाई व नमाजियों की सहुलियत के ठोस प्रबंध किए गए थे। पाख साफ और उत्साह के साथ नमाजियो ने नमाज अता किया। मस्जिदो में इमाम ने ईद का संदेश नमाजियो को दिया। ईद के महत्व से परिचय किया। रमजान की बरकत और फजिलत को बताया। बताया कि पवित्र माह की समाप्ति के बाद ईद की नमाज अदा की जाती है। ईद की नमाज में देश के अंदर अमन-शांति और खुशहाली की दुआ की गयी। उन्होंने बताया कि इस पवित्र माह के दौरान हर दिन रोजा रखा जाता है, रमजान महीने की समाप्ति पर ईद का चांद दिखाई देने के बाद सभी नमाज पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि ईद का शाब्दिक अर्थ खुशी होता है, यह भाईचारगी का त्योहार है। ईद का उमंग लोगो मे देखते बन रहा था। मुस्लिम बहुल इलाको की साज सजावट आकर्शक ढ़ंग से की गई थी।

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