सरायकेला : जिले के कुकड़ू प्रखंड स्थित पारगामा प्राचीन कालीन शिव मंदिर प्रांगण में शुक्रवार से कलश यात्रा के साथ नौ दिवसीय श्रीश्री रामचरित मानस नवाह परायण महायज्ञ अनुष्ठान का शुभारंभ हुआ. इस दौरान कुंवारी कन्याओं द्वारा कलश यात्रा निकाला गया. वही पंडित हरेंद्र नाथ पांडेय द्वारा मंत्रोचारण के साथ कलश स्थापना किया गया. वैसे कलश यात्रा में शामिल सभी कुंवारी कन्याएं पीत वस्त्र धारण किए हुए थीं.
मान्यता है कि जिन कलशों को कन्याओं ने अपने सिर पर धारण किया है उस कलश में सभी देवी- देवताओं का वास होता है. जो कलश धारण करती है वो बड़ी सौभाग्यशाली होती हैं. यही कारण है कि हमारे पुराणों में भी कलश यात्रा का विशेष महत्व बताया गया है. वैसे जानकारी देते हुए आयोजन मंडली के राकेश महतो ने बताया गया कि यह महायज्ञ अगले नौ दिनों तक चलेगा एवं 23 फरवरी को पूर्णाहुति के बाद कलश विसर्जन किया जाएगा. कार्यक्रम में महंत सुप्रिया गिरि, नदिया पश्चिम बंगाल, हेमन्त दूबे धनबाद सहित कई पंडित भक्तों को प्रवचन सुनाएंगे.