

नयी दिल्ली/रांची : देश के 15 राज्यों में 57 सीटों पर राज्यसभा का चुनाव 10 जून को चुनाव होगा. इसके लिए चुनाव आयोग ने 24 मई को अधिसूचना जारी किया है. इसके साथ ही राज्यसभा में नामांकन करने का काम शुरु हो गया है. जारी अधिसूचना के अनुसार 31 मई तक नामांकन पत्र दाखिल कर सकते है. वहीं नामांकन पत्रों की जांच एक जून को होगी. तीन जून तक नाम वापसी कर सकते है. इसके बाद 10 जून को सुबह 9 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक वोटिंग होगी. वोटिंग के कुछ समय के बाद ही मतों की गिनती का काम भी सुरु होगा. जून महीने में ही 57 राज्यसभा के सदस्यो का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. देश में राज्यसभा की 245 सीटें है. फिलहाल भाजपा के 95 राज्यसभा सदस्य है जबकि कांग्रेस के 29 राज्यसभा सदस्य है. इसके बाद टीएमसी के 18 सदस्य है, डीएमके व बीजद के सदस्य है. यूपी बड़े राज्य होने के कारण वहां पर राज्यसभा सदस्यों की संख्या करीब 31 है. यूपी में 11 राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, इसी तरह महाराष्ट्र व तमिलनाडू के 6-6 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, इसी तरह बिहार में पांच और झारखंड मे दो राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है.(नीचे भी पढ़े)
साथ ही राजस्थान, एपी व कनार्टक से राज्यसभा के 4- 4 सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. अब देखना है कि इसबार के चुनाव में एनडीए के सदस्यों की संख्या में कमी आती नजर आ रही है. वहां यूपीए को तीन- चार सीटों का फायदा तथा अन्य को फायदा होने का अनुमान है. भाजपा की संख्या कम होने से राज्यसभा में किसी विधेयक को पास कराने में दिक्कत हो सकती है. पंजाब से आम आदमी पार्टी को इस बार फायदा होने जा रहा है. यहां की दोनों सीटों पर आप का कब्जा जमा सकते है. पंजाब से अकाली दल के एकमात्र राज्यसभा सदस्य बलबिंदर सिंह मुंडर व कांग्रेस की अंबिका सोनी का कार्यकाल खत्म हो रहा है. झारखंड से दो सीटों पर चुनाव होना है. यहां पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी व महेश पोद्दार का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इसी तरह हरियाणा में 2, ओड़िशा में तीन, मध्यप्रदेश में तीन, तेलंगाना मे 2 और उत्तीसगढ़ में दो सीटों पर चुनाव होगा. इधर झारखंड में राज्यसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गयी है. भाजपा ने भी अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. दूसरी औरराज्यसभा चुनाव 2022 में गिनती के दिन शेष बचे हैं, लेकिन अभी तक झारखंड में किसी भी दल ने अपने प्रत्याशी को लेकर पत्ता नहीं खोला है. हालांकि, कई नामों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. भाजपा की ओर से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्योमंत्री रघुवर दास का नाम सबसे आगे चल रहा है. इसके आलावा प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा, आदित्य साहू, प्रतुल नाथ शाहदेव, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी, प्रदेश कोषाध्यक्ष दीपक बांका ने भी पार्टी के समक्ष दावेदारी पेश की है.(नीचे भी पढ़े)
वहीं कांग्रेस और झामुमो में रुठने-मनाने का खेल अभी चल रहा है. कांग्रेस जहां राज्यसभा की एक सीट पर अपनी दावेदारी कर रही है.वहीं झामुमो दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. हालांकि अबतक झामुमो की तरफ से किसी का नाम आगे नहीं किया गया है. कांग्रेस का तर्क है कि पिछली बार पार्टी ने आत्मसंयम रखते हुए बढ़-चढ़कर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन का समर्थन किया था. इसलिए झामुमो को गठबंधन की मजबूती के लिए इस बार कांग्रेस को मौका देना चाहिए. कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर का नाम उम्मीदवारों में सबसे आगे बताया जा रहा है. इसके आलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी के नाम की भी चर्चा है. सत्ताधारी गठबंधन की तरफ से साझा उम्मीदवार पर भी बातें हो रही है जिसमें कपिल सिब्बल का नाम सामने आ रहा है.