जमशेदपुर : सामाजिक संस्था महिला विकास मंच की महिलाएं और अध्यक्ष निशा खातून ने बताया कि इस बार चीनी सामानों का बहिष्कार किया गया है, जिससे स्वदेशी राखी की मांग बढ़ने लगी है. रक्षाबंधन भाई बहन के पवित्र रिश्ते को मजबूत बनाने का त्योहार है. इस पर्व का ऐतिहासिक, सामाजिक, धार्मिक और राष्ट्रीय महत्व है. यह भाई एवं बहन के भावनात्मक संबंधों का प्रतीक है. उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि चीनी राखी की बजाए स्वदेशी राखियां ही खरीदें. उनकी संस्था महिला विकास मंच ने राखी के अवसर पर एक राखी किट तैयार किया गया है, जिसमें राखी, दिया, कपूर, तिलक, टॉफियां रखी गयी हैं, जो उन छोटी बहनों को बाटेंगे जो लॉकडाउन की वजह से राखी का पर्व मनाने में असमर्थ हैं. राखी के अलावा उनकी संस्था की महिलाओं द्वारा बनाए गए मास्क का भी वितरण किया जाएगा जो कि बहनों द्वारा उनके भाइयों को मास्क की अनिवार्यता बतायी जायेगी. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए किट को वितरण के समय सैनिटाइज कर दिया जाएगा और साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान भी रखा जाएगा.
Rakshabandhan : महिला विकास मंच की स्वदेशी राखियां बढ़ाएंगी रिश्ते में मिठास
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