चाईबासा: गुवा आरएमडी सेल माइंस में सीएफ, रविवारीय छुट्टी तथा सी शिफ्ट डयूट्टी को लेकर सेल प्रबंधन द्वारा मजदुरों से शोषण किये जाने को लेकर तथा अस्पताल में इलाज के लिए बेहतर सुविधा आदि को लेकर पिछले 15 दिनों से सेल प्रबंधन के खिलाफ भारतीय मजदूर संघर्ष संघ तथा गुवा चिड़िया खान श्रमिक के बैनर तले आंदोलन किया जा रहा था. आंदोलन के कारण सेल प्रबंधन को भी काफी नुकसान हुआ. लेकिन मजदुरो की एकजुटता के आगे सेल प्रबंधन ने झकना पड़ा और यूनियन पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कर्मियों की मांग मान ली. इस दौरान गुवा चिड़िया खान श्रमिक संयोजक गौतम पाठक ने कहा कि गुवा, चिड़िया और किरीबुरू माइंस में मजदूर पत्थर तोड़ते है, और बीमार होने पर ईलाज के लिए मजदूरोँ को कोलकाता जाना पड़ता क्योंकि यहां बेहतर ईलाज के लिए अस्पताल में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं है.
इसलिए यहां के अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराएं अब मजदुरों को ईलाज के लिए कोलकाता नहीं जाना पड़ेगा. साथ ही यह भी कहा गया की सी शिफ्ट में मैनपावर का कमी के कारण कम कर्मचारियों से कार्य कराया जा रहा है लेकिन उसका बेनिफिट नहीं दिया जा रहा है ना ओवर टाईम का पैसा दिया जा रहा और ना सीएफ दी जा रही है. जिसके कारण कर्मचारी पर कार्य का बोझ बढ़ने के कारण बीमार हो रहें है. भारतीय मजदुर संघर्ष संघ के अध्यक्ष रामा पाण्डेय ने कहा कि कंपनी एक्ट में कहीं नहीं लिखा गया है की किसी कर्मचारी से लगातार सी शिफ्ट या किसी भी एक शिफ्ट में लगातार काम कराया जाय. साथ ही कोरोना काल में अस्पताल को पुरी तरह बंद कर दी गई है. जबकि सेल के अस्पतालों में सुधार की जरूरत है, लेकिन अस्पतालों कि स्थिति बद से बदत्तर होती जा रही है. बैठक में सेल प्रबंधन के मुख्य प्रबंधक बिपिन गिरी, कार्मिक विभाग प्रमुख पाण्डा, गुवा चिड़िया खान श्रमिक के संयोजक गौतम पाठक, भारतीय मजदुर संघर्ष संघ के अध्यक्ष रामा पाण्डेय, सह सयोंजक मुकेश लाल मौजूद थे.