चाकुलिया : प्रखंड की जुगितुपा पंचायत के मुड़ाठाकुरा गांव के सिमलडांगा सबर टोला स्थित उप्रावि के बच्चे और शिक्षक समस्याओं की मकड़जाल में उलझे हुए हैं. विधालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक स्वपन सिंह ने बताया कि विद्यालय में 34 बच्चे नामांकित हैं. विद्यालय में अब तक न तो बिजली का संयोजन हो पाया है और ना ही विद्यालय के ठप चापाकल की मरम्मत किया गया है. विद्यालय के कमरों में पंखे तो हैं, परंतु बिजली नहीं होने के कारण पंखे घूमते नहीं है और चापाकल से पानी नहीं निकलता है. दोनों विधालय के लिये दर्शन की वस्तु बन कर रह गये हैं. ऐसे में विद्यालय के बच्चों को गर्मी के दिनों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. विद्यालय का चापाकल पिछले दो वर्षों से ठप पड़ा है .बच्चे बोतल में अपने घर से पीने के लिए पानी लेकर विद्यालय आते हैं. मिड डे मील के लिए पिछले 2 वर्षों से विद्यालय से सटे कूपन नदी से माता समिति के सदस्य पानी ढोकर लाती हैं और मिड डे मील बनाती हैं. स्वपन सिंह ने कहा कि वह कई बार चापाकल मरम्मत के लिए विभाग और बीआरसी में आवेदन दे चुके हैं, परंतु अब तक इस दिशा में पहल नहीं की गयी है. इस कारण विद्यालय के बच्चों का मध्यान भोजन कूपन नदी के पानी से ही पकाया जा है. कूपन नदी के पानी से खाना बनता है और बच्चे नदी के ही पानी पीते हैं. श्री सिंह ने कहा कि विद्यालय में बिजली संयोजन के लिए बिजली विभाग को आवेदन दिया गया है परंतु अब तक विद्यालय में संयोजन नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि विगत दो-चार दिन पूर्व पीएचईडी के कर्मी विद्यालय के ठप चापाकल की मरम्मत के लिए आये थे परंतु कर्मियों ने कहा कि यह चापाकल डेड हो चुका है.