चांडिल : चांडिल पुलिस द्वारा विगत गुरुवार को प्रखंड आजसू अध्यक्ष दुर्योधन गोप को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने को लेकर आजसू के वरीय नेताओं ने आक्रोश व्यक्त किया है. आजसू के जिलाध्यक्ष सचिन महतो ने रविवार को चांडिल के चिलगू कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये. सचिन महतो ने कहा कि पुलिस ने दुर्योधन गोप को एक झूठे एसटी/ एसएसी मामले में जेल भेजा है और यह काम उसने सत्ता के इशारे पर किया है. (नीचे भी पढ़ें)
उन्होंने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करते हुए दुर्योधन गोप को गिरफ्तार कर जेल भेजने का आरोप लगाते हुए कहा कि चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के अनेक मामले में अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई हैं. सचिन महतो ने कहा कि 2020 में चांडिल थाना क्षेत्र के घोड़ानेगी में दो नाबालिग की हत्या हुई थी तथा 2022 में चौका थाना क्षेत्र के मातकमडीह के सुबोध सिंह मुंडा की हत्या हुई, जो आजसू पार्टी के पंचायत अध्यक्ष थे. वर्षों बाद भी उक्त मामलों में न किसी की गिरफ्तारी हुई और न ही पुलिस ने कोई खुलासा किया है. (नीचे भी पढ़ें)
सचिन ने कहा कि हाल ही में चांडिल थाना क्षेत्र के बिरिगोडा में सड़क जाम करने वाले दर्जनों लोगों पर पुलिस ने स्वयं 353 का नामजद एफआइआर दर्ज कराया है, लेकिन उस मामले में भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है. पुलिस ने स्वयं विडियोग्राफी की जिसके आधार पर आरोपियों की पहचान की गई व स्वयं एफआइआर दर्ज किया है. इसके बावजूद इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने का अर्थ है कि पुलिस केवल सत्ता के विरोधियों पर ही कार्रवाई कर रही हैं. (नीचे भी पढ़ें)
सचिन महतो ने कहा चांडिल एसडीपीओ संजय सिंह को बताना चाहिए कि प्रखंड अध्यक्ष दुर्योधन गोप पर जो एसटी एससी एक्ट का आरोप लगाया गया है, उसका पुलिस के पास क्या साक्ष्य है ? उन्होंने कहा कि झामुमो और विधायक सविता महतो यह सपना देखना छोड़ दें कि झूठे केस मुकदमे करवाने और जेल भेज देने से आजसू पार्टी डर जाएगी. सचिन ने कहा कि आजसू को कमजोर करने की हर साजिश और कोशिश नाकाम होगी. उन्होंने दुर्योधन गोप मामले में वरीय पुलिस अधिकारियों से इस मामले की निष्पक्ष जांच करा कर उन्हें न्याय दिलाने की मांग की. उन्होंने कहा कि पुलिस यदि मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कराती तो आजसू जल्द ही जिले में व्यापक आंदोलन छेड़ेगी.