सरायकेला : एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का दावा करती है. वहीं किसान कहीं सरकार के विरोध में धरने पर बैठे हैं, तो कहीं किसान खेती के लिए लायी गयी परियोजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. ये नजारा है झारखंड के सरायकेला जिले के गम्हरिया प्रखंड स्थित बुरुडीह पंचायत का, जहां झारखंड हिल एरिया लिफ्ट इरिगेशन कारपोरेशन लिमिटेड यानी झालको द्वारा पिछले 12 सालों से सिंचाई परियोजना को अधर में छोड़ दिए जाने का किसान विरोध कर रहे हैं. (नीचे भी पढ़ें)
किसानों का कहना है कि अगर यह परियोजना समय से पूरा हो जाती तो पंचायत की लगभग 30 एकड़ जमीन उर्वरक हो जाती और इलाके के किसान खुशहाल हो जाते. लेकिन सरकार और विभागीय उदासीनता के कारण 12 वर्षों में भी परियोजना धरातल पर नहीं उतर सकी है. इस दरम्यान तीन-तीन मुख्यमंत्री बदल चुके हैं और दो-दो प्रधानमंत्री. ऐसे में किसानों की आय दोगुनी करने का दावा कागजों तक ही सिमट कर रह गई है. (नीचे भी पढ़ें)
वैसे गुरुवार को इलाके के किसानों ने परियोजना को पूरा किए जाने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. जहां उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से जल्द से जल्द इस परियोजना को धरातल पर उतारे जाने की मांग की. किसानों ने बताया कि इसको लेकर कई बार स्थानीय मुखिया द्वारा विभागीय स्तर पर पत्राचार भी किया जा चुका है. बावजूद इसके परियोजना अधर में लटकी हुई है.