सरायकेला: सरायकेला- खरसावां जिले के गम्हरिया प्रखंड की सैकड़ों सहियाओं सोमवार को सीएचसी में जमकर बवाल काटा. इस दौरान सहियाओं ने अकाउंटेंट सुनील कुमार को बर्खास्त किए जाने संबंधी नारेबाजी भी की. दरअसल सहियाओं की नाराजगी का मुख्य कारण सामुदायिक केंद्र में व्याप्त भ्रष्टाचार और अकाउंटेंट की मनमानी को लेकर है. आपको बता दें कि कल ही यहां की सहियाओं ने स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर अकाउंटेंट की शिकायत की थी जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने जिले के सिविल सर्जन को जांच कर दोषी अकाउंटेंट को बर्खास्त करने का निर्देश दिया था. उधर स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश के बाद सोमवार को 3 सदस्यीय जिला स्तरीय जांच कमेटी गम्हरिया सीएससी पहुंची. जहां जांच कमेटी के पहुंचते ही सहियाओं ने भी अकाउंटेंट और स्वास्थ्य केंद्र में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और जांच कमेटी के समक्ष जमकर नारेबाजी की. सहियाओं ने बताया, कि उन्हें पिछले डेढ़ साल से प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया गया है, जबकि जिला से फंड आवंटित हो चुका है. इसके अलावा जो प्रोत्साहन राशि उन्हें दिया जाता है, उसमें भी भारी कटौती की जाती है. बिल के अनुसार उन्हें प्रोत्साहन राशि नहीं दिया जाता है. इसके अलावा केंद्र में बच्चा जननेवाली महिलाओं को सरकारी प्रोत्साहन राशि भी नहीं दिया जाता है. यहां तक, कि जिस जगह पर गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराया जाता है, वहां भी साफ- सफाई गर्भवती के परिजनों से कराया जाता है. इसके अलावा बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं को भी प्रोत्साहन राशि नहीं दिया जाता है. ऐसे कई संगीन आरोप सहियाओं ने स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधन और अकाउंटेंट पर लगाया. वहीं जांच टीम के सदस्य एरिया चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर प्रदीप पति ने बताया कि अभी जांच चल रही है. रिपोर्ट सिविल सर्जन को सौंपा जाएगा. जांच दल में डॉक्टर वीणा सिंह और डॉक्टर अजय कुमार ने भी अपनी रिपोर्ट सीएस को सौंपे जाने की बात कही. कुल मिलाकर प्रखंड की सहिया इस बार आर- पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रही हैं. बताया जा रहा है कि प्रखंड में शहरी और ग्रामीण मिलाकर करीब सवा तीन सौ सहिया हैं. जिनका प्रोत्साहन राशि का भुगतान पिछले डेढ़ साल से लंबित है.