Saraikela : वैश्वक महामारी कोरोना को लेकर जारी कोहराम के बीच अबतक इस वैश्विक महामारी का कोई उपचार नहीं निकल सका है. वैसे प्लाजमा थेरेपी ही इसके इलाज में अबतक कारगर सिद्ध हो रहा है. हालांकि भारत में मृत्युदर अन्य देशों की तुलना में कम है, लेकिन कोरोना का कहर देश में कोहराम मचा रहा है. इधर प्लाजमा थेरेपी से उपचार कारगर होने के के बाद अब देश में कोरोना को मात देकर लौटे लोगों से प्लाजमा डोनेट करने की अपील की जा रही है. सरायकेला- खरसावां जिले में 2 सौ पुलिस के जवान कोरोना के संक्रमित होने के बाद कोरोना को मात देने में सफल रहे हैं. इधर सरायकेला पुलिस कप्तान की ओर से सरायकेला सामुदायिक भवन में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के उपायुक्त, सिविल सर्जन के साथ तमाम पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारी के साथ कोरोना को मात दे चुके जवान एवं अधिकारी भी मौजूद थे.
जिले के उपायुक्त एवं सिविल सर्जन ने मौजूद सभी जवानों को प्लाजा थेरेपी की जानकारी देते हुए सभी से कोरोना के गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के लिए प्लाजमा डोनेट करने की अपील की. वहीं जिले के एसपी ने सभी जवानों की हौंसलाफजई करते हुए उन्हें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए प्लाजमा थेरेपी के महत्व की जानकारी दी. साथ ही इच्छुक जवानों से प्लाजमा डोनेट करने की अपील की. उन्होंने भरोसा जताया कि कोरोना को मात दे चुके जवान इस कार्य के लिए सामने आएंगे, ताकि गंभीर रूप से संक्रमित कोरोना के मरीजों को लाभ पहुंचाया जा सके. वैसे जिला पुलिस एवं प्रशासन के इस प्रयासों का कितना असर जवानों पर होता है, ये बड़ी बात होगी. वैसे जिले के उपायुक्त वैसे लोगों से भी प्लाजमा डोनेट करने की अपील की है, जो कोरोना के खिलाफ जंग जीतकर सही सलामत आ चुके हैं.
अच्छे करम सेवक ट्रस्ट ने प्लाज्मा डोनेशन की अपील की, ट्रस्ट के प्रयास से एक सदस्य ने किया प्लाज्मा डोनेट
Jamshedpur : अच्छे करम सेवक ट्रस्ट के प्रयास से कोविड-19 के मरीजों के लिए जमशेदपुर ब्लड बैंक में ट्रस्ट के सदस्य सतीश चंद्रा द्वारा प्लाज्मा डोनेट किया गया. ट्रस्ट के द्वारा प्लाज्मा डोनेट करने वाले सदस्य को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. प्लाज्मा डोनेशन की अपील करते हुए अच्छे करम सेवक के प्रमुख सीए चंदन खंडेलवाल ने प्लाज्मा डोनेशन के बारे में विस्तार से जानकारी. उन्होंने कहा कि प्लाज्मा हमारे खून का पीला तरल हिस्सा होता है, जिसके जरिए सेल्स और प्रोटीन शरीर की विभिन्न कोशिकाओं तक पहुंचते हैं। आप यह समझ लें कि हमारे शरीर में जो खून मौजूद होता है उसका 55 प्रतिशत से अधिक हिस्सा प्लाज्मा का ही होता है. प्लाज्मा के बारे में यह जान लेना उचित रहेगा कि अगर कोई व्यक्ति किसी बीमारी से ठीक हुआ रहता है और अपना प्लाज्मा डोनेट करता है, तो इससे डोनेट करने वाले व्यक्ति को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है. किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं होती है. उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से मुक्त होने पर प्लाज्मा अवश्य डोनेट करें. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अच्छे कर्म सेवक ट्रस्ट के सीए चंदन खंडेलवाल, सीए महेश कुमार, धीरज सावा, संतोष साहू उपस्थित थे.