सरायकेलाः आजसू के केंद्रीय कमेटी सदस्य और नीमडीह पुलिस पर हमला कराने के आरोपी हरेलाल महतो को पश्चिम बंगाल के दीघा से गिरफ्तार सरायकेला पुलिस शनिवार को सरायकेला पहुंची जहां मेडिकल जांच के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया. आपको याद दिला दें कि बीते दिनों नीमडीह थाना क्षेत्र में कोविड गाइडलाइंस का उल्लंघन कर बगैर अनुमति के एक धार्मिक अनुष्ठान के लिए आजसू नेता द्वारा फंडिंग किया गया था. जहां मजमा लगने की सूचना पर पहुंची नीमडीह पुलिस पार्टी पर भीड़ ने हमला कर दिया था और घेरकर पिटायी कर डाली थी. जिसमें थानेदार सहित कई पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आयीं थी.
जहां अनुसंधान के क्रम में उक्त अनुष्ठान के लिए आजसू नेता द्वारा फंडिंग करने और भीड़ को उकसाने की पुष्टि होने के बाद उनके खिलाफ गैर जमानती धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर तलाश की जा रही थी. वहीं पुलिसिया दबिश देख आजसू नेता हरेलाल महतो ने जिला छोड़ दिया था और सिम बदल बदलकर अपना लोकेशन बदल रहे थे. अंततः सरायकेला पुलिस ने उन्हें पश्चिम बंगाल के दीघा से गिरफ्तार कर लिया और मेडिकल जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इधर मेडिकल के लिए लाए जाने के क्रम में हरेलाल के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की. हालांकि इस दौरान भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी. फिलहाल सरायकेला पुलिस की ओर से पुष्टि किए जाने का इंतजार है. गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में श्री महतो ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र से आजसू के टिकट पर चुनाव लड़े थे. हालांकि वे चुनाव हार गए थे. इधर, जमशेदपुर से सटे ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र से पिछले विधानसभा चुनाव में आजसू के प्रत्याशी रहे हरेलाल महतो को कोविड प्रोटोकोल का उल्लंघन करने व भीड़ को भड़काने के मामले में सरायकेला पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के मामले में राज्य के पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस ने गलत करार दिया है. साथ ही पुलिस पर गलत करवाई का आरोप लगाया है. पूर्व मंत्री सह आजसू पार्टी के केंद्रीय सदस्य रामचंद्र सहिस ने हरेलाल महतो की गिरफ्तारी के बाद जमशेदपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि श्री महतो आजसू के कद्दावर नेता है और पिछले चुनाव में उन्होंने दूसरे स्थान पर कब्ज़ा जमाया था. वे क्षेत्र में लोकप्रिय नेता है इसीलिए नीमडीह प्रखंड के बामनी गांव में लगे मेले में वे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए थे और पुलिस पब्लिक की मुठभेड़ उद्घाटन के एक दिन बाद हुई थी और घटना के वक्त आजसू महासचिव हरेलाल महतो मौके पर मौजूद नही थे. श्री सहिस ने कहा कि जब हरेलाल महतो घटनास्थल पर मौजद नही थे तो उन्हें पुलिस कैसे आरोपी बना सकती है. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल द्वारा ओछी राजनीति के मानसिकता के कारण यह कार्य पुलिस ने किया है. उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है और निर्दोष लोगों रिहा किए जाने की मांग की है.