सरायकेला : वैश्विक संकट कोरोनावायरस एक और जहां पूरी दुनिया त्राहिमाम में है. हर दिन इस संकट से निजात पाने की कवायद में वैज्ञानिक और चिकित्सा जगत जुटा हुआ है. वहीं दूसरी तरफ झारखंड की औद्योगिक नगरी आदित्यपुर के उद्यमी भी अब सब कामों को छोड़कर कोरोना वायरस से लड़ने की तैयारी में जुट गए है. जहां आदित्यपुर औद्योगिक सेक्टर स्थित अजंता रेफो स्टील केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड ने एक ऑटोमेटिक मशीन डिजाइनिंग की है. यह एक ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन है. जिसे डायरेक्टर साहिल धानुका ने बिना मुनाफा कमाए लोगों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है. यह सैनिटाइजर मशीन ऑटोमेटिक टेक्निक से काम करता है, जिसे आप बिना हाथ लगाए केवल अपने पैरों से इस मशीन को इस्तेमाल कर सकते हैं. वैसे पहले चरण में कंपनी बीस पीस मशीन सीएसआर के तहत सरकारी दफ्तरों एवं थानों को उपलब्ध करा रही है. वहीं कंपनी के इस प्रयासों की सभी और सराहना की जा रही है. कंपनी का दावा है कि बहुत जल्द इसे बाजार में भी उतारेंगे. साथी कंपनी प्रबंधन ने साफ कर दिया है, कि इस मशीन के एवज में लोगों से केवल लागत कॉस्ट ही लिया जाएगा मुनाफा की कोई बात नहीं. कंपनी की ओर से जियाडा परिसर में भी यह मशीन लगाया गया. जहां जियाडा की क्षेत्रीय निदेशक रंजना मिश्रा ने कंपनी के प्रयासों की सराहना की.
सरायकेला-खरसावां प्रशासन ले रहा तकनीक की मदद
सरायकेला-खरसावां जिले में पहुंच रहे प्रवासी मजदूरों और छात्रों पर जिला प्रशासन की ओर से तकनीक के सहारे निगाह रखी जाएगी. जिला मुख्यालय में बने कंट्रोल रूम से होम कोरेंटाइन प्रवासी मजदूरों पर निगाह रखने की तकनीक का जिले के उपायुक्त ए दोड्डे ने जायजा लिया. इस दौरान उपायुक्त ने बताया कि जिला पहुंच रहे प्रवासी मजदूरों को हर हाल में लॉकडाउन का पालन करना होगा. साथ ही कोरेंटाइन की अवधि तक घरों से बाहर नहीं निकलना है. उन्होने बताया कि जो भी इन नियमों का उल्लंघन करते पकड़े जाएंगे उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि वैश्विक महामारी के बीच पिछले चाली दिनो से चले आ रहे लॉकडाउन फेज तीन में केंद्र सरकार के निर्देश पर प्रवासी मजदूरों और छात्रों को उनके राज्यों में भेजा जा रहा है. वहीं सभी प्रवासी मजदूरों और छात्रों को होम कोरेंटाइन पर रखा जा रहा है. इसको ध्यान में रखते हुए अब सभी जिलों में तकनीक के जरिए मजदूरों और छात्रों पर निगाह रखने की तैयारी शुरू कर दी गई है.