जमशेदपुर : सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिख भारतीय रेल एवं हवाई जहाज में उच्च एवं गहन स्वास्थ्य सेवा के लिए सीट आरक्षित कर उचित चिकित्सा सेवा बहाल करने का अनुरोध किया है। अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने बताया की आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश नए संकल्पों के साथ नए भारत के विकास मॉडल से विकास की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है तथा आए दिन नए आयाम को छू रहा है। जिसके लिए प्रधानमंत्री को देश सदा याद करेगा। परंतु देश के विभिन्न राज्यों, विभिन्न स्थानों जहां अभी तक अच्छे सुपरस्पेशलिटी अस्पताल और अच्छे स्वास्थ्य सेवाएं अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाई है ऐसे स्थानों, राज्यों से मरीजों को कई बार गंभीर बीमारियों या आपातकाल स्थिति में ईलाज हेतु अन्य बड़े शहर या महानगरों जहां अच्छे अस्पताल, अच्छे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध है जैसे वेल्लोर, चेन्नई, कोयम्बटूर, बंगलोर, कोलकता, दिल्ली, हैदराबाद के बड़े अस्पतालों में ले जाने की आवश्यकता पड़ती है, जिससे की इन गंभीर मरीजों को शयन मुद्रा में जीवन रक्षक उपकरणों के साथ उक्त बड़े शहरों में इलाज हेतु पहुंचाया जा सके। (नीचे भी पढ़ें)
ऐसे परिस्थितियों में मरीजों को ले जाने में सिर्फ एयर एंबुलेंस ही एकमात्र विकल्प है परंतु इसका किराया इतना अधिक है कि बहुत ही कम लोग इसकी सुविधा ले पाते है। ऐसी परिस्थिति में सामान्य मरीज जिनको बड़े शहरों के बड़े अस्पतालों में चिकित्सा की आवश्यकता होती है परंतु उनके स्थानांतरण की उचित समय मे व्यवस्था न होने के कारण वे सुरस्पेशलटी हॉस्पिटल्स के इलाज का लाभ नही उठा पाते हैं जिसके परिणामस्वरूप हमें अमूल्य इंसानी जीवन का नुकसान उठाना पड़ता है । सिंहभूम चैम्बर निवेदन करता है की प्रत्येक ट्रैन में दूसरा या तीसरा एसी का एक कूपा गहन चिकित्सा कपार्टमेंट के रूप में विकसित किया जाए जिसमे ऑक्सीजन समेत अन्य जीवन रक्षक दवाइयां, सुविधा उपलब्ध हो। इसमें कम खर्च में मरीजों को बड़े शहरों के बड़े अस्पतालों में समुचित चिकित्सा व्यवस्था के साथ पहुंच पाएं। इसके लिए रेलवे, हवाई जहाज के द्वारा अतिरिक्त किराया लिया जा सकता है जिससे अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सके और लोगो की जान बचाया जा सके। इसके लिए केडिया ने कहा कि रेल एवं हवाई जहाज में उच्च एवं गहन स्वास्थ्य सेवा हेतु सीट आरक्षित एवं उचित चिकित्सा सेवा बहाल हो जाने से देश हित, समाज हित में एक ऐतिहासिक निर्णय एवं कार्य होगा। इसमें मुख्य रुप से रेल मंत्री अश्विन वैष्णव, भारत सरकार एवं माननीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भारत सरकार को भी प्रेषित की जा चुकी है।