गुड़ाबांदा : पूर्वी सिंहभूम के गुडाबांधा प्रखंड के सिंहपुरा पंचयात स्थित उप स्वास्थ्य केन्द्र पिछले कई माह से समस्याओं से घिरा है. सिंहपुरा उप स्वास्थ्य केंद्र विभागीय उपेक्षा के कारण खुद बीमार है. केन्द्र में एक भी डॉक्टर नहीं है, केन्द्र एक मात्र एएनएम माधुरी देवी के भरोसे वर्षों से संचालित है. केन्द्र में बिजली नहीं रहने से प्रसव में खासी परेशानी होती है. इसकी शिकायत ग्रामीणों ने बहरागोड़ा के विधायक कुणाल षाड़ंगी से की. सूचना पाकर विधायक ने शनिवार की सुबह भारी बारिश के बावजूद उप स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच कर उसका जायजा लिया. मौके पर गुड़ाबांदा की बीडीओ सीमा कुमारी भी थीं. उप स्वास्थ्य केन्द्र में जानकारी लेने पर विधायक को पता चला कि ट्रांसफर्मर खराब होने के कारण केन्द्र में बिजली नहीं है. हालत तो यह थी कि मोमबती से प्रसव कराया जा रहा था. विधायक ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत ट्रांसफर्मर लगाने की व्यवस्था की. साथ ही बिजली व्यवस्था पर नाराज होते हुए सरकार को जमकर कोसा. उन्होंने कहा कि कल रात सूचना मिली ति दो माह से बिजली नहीं है. बीते कई दिनों में 13 प्रसव मोमबती के सहारे किया गया है. बिजली नहीं रहने पर मरीजों को शाम के बाद उसे रेफर कर दिया जाता है. यह गंभीर विषय है. यह विभागीय उदासीनता की सारे हदे पार हो गयी है. आज हम डिजिटल इंडिया की बात करते हैं. इस उप स्वास्थ्य केन्द्र को डिजिटल घोषित किया गया है, लेकिन जब बिजली ही नहीं है तो कौन से डिजिटल की हम बात कर रहे हैं. सबसे दुखद यह है कि मरीज खुद मोमबती लेकर आते है. इस पर जांच होनी चाहिये. कहा कि केन्द्र में डॉक्टर नहीं आते हैं. एक ही भवन में प्राईमरी हेल्थ सेन्टर और सब हेल्थ सेन्टर दोनो संचालित है. झारखंड में एक मात्र भवन इस तरह देखने को मिल रहा है, जहां प्राईमरी हेल्थ और सब हेल्थ सेंटर संचालित है. विधायक ने इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने की बात कही है.