
चाईबासा : सारंडा जंगल के विभिन्न जगहों पर असामाजिक तत्वों द्वारा आग लगा दी जाती है। जिससे पेड़ पौधों के जलने के साथ साथ इस आग कि चपेट में कई जीव जंतु भी जल जाते हैं। साथ ही पेड़-पौधों को नुक्सान पहुंचाने से हमारा जीवन चक्र भी डगमगा जाता है। इसलिए जंगल में आग न लगे इसको लेकर टाटा स्टील लोंग प्रोडक्ट्स कंपनी द्वारा सारंडा के बिचाईकिरी गांव नुक्कड़ नाटक कर ग्रामीणों को जागरूक किया गया। नुक्कड़ नाटक के जरिए ग्रामीणों संदेश दिया गया कि पर्यावरण को नुक्सान पहुंचाने से हमारे जीवन में कैसे नुकसान पहुंचा है। पेड़-पौधे नहीं, तो हमारा जीवन नहीं। साथ ही यह भी जानकारी दी गई कि जंगल में लगी आग देखें तो तुरंत ही स्थानीय वन विभाग को सूचित करें। अपने से आग बुझाने की कभी कोशिश न करें। साथ ही जंगलों में आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों को अपने स्तर से रोका जाए, ताकि जंगल जलने से बच जाए। इस दौरान टाटा स्टील लोंग प्रोडक्ट्स कंपनी के सीएसआर अधिकारी अशोक कुमार सोनी तथा ग्रामीण उपस्थित थे।