जमशेदपुर : टाटा स्टील की अधीकृत यूनियन टाटा वर्कर्स यूनियन के ऐतिहासिक माइकल जॉन ऑडिटोरियम का नये रुप में शुक्रवार को उदघाटन किया गया. टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने इसका विधिवत उदघाटन किया. इस मौके टाटा स्टील के वीपी एचआरएम अतरई सान्याल, वीपी संजीव पॉल समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में टाटा स्टील के सारे वीपी स्तर के अधिकारी और टाटा वर्कर्स यूनियन के तमाम पदाधिकारी और कमेटी मेंबर मौजूद थे. इस दौरान अपने संबोधन में टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने भावनात्मक बातें कहीं और कहा कि टाटा स्टील और स्टील सेक्टर का आने वाला भविष्य काफी उज्जवल है. लेकिन इसकी उत्पादकता को और बेहतर करने के लिए यूनियन को साथ देना होगा. (नीचे भी पढ़ें)
स्टील की कीमत पर नियंत्रण रख़ने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि बाजार को बेहतर बनाया जाये. उन्होंने बताया कि इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर भारत सरकार और सरकारों की ओर से किये जा रहे कार्यों का लाभ स्टील सेक्टर को ही मिलने वाला है. लेकिन अभी जरूरत है कि उपभोक्ताओं की जरूरतों के हिसाब से स्टील को बनाया जाये और बाजार के कीमतों को नियंत्रित रखते हुए लोगों की जरूरतों को पूरा किया जाये. उन्होंने कहा कि टाटा स्टील का काफी ग्रोथ हुआ है. आगे भी इसका ग्रोथ होता रहेगा. उन्होंने कहा कि 2030 तक हम लोगों के पास अभी आयरन ओर की खदानें है, लेकिन बाद में नहीं रहेगी. ऑक्सन से ज्यादा रेट में भी हम लोगों को आयरन ओर लेना होगा. ऐसे में उस समय को लेकर अपने को तैयार रखना होगा. जो बाजार में प्रोडक्टिव होगा, वहीं बाजार पर राज कर सकेगा. भविष्य को लेकर कंपनी को तैयार करने के लिए यूनियन को सहयोग करना होगा. सारे ऑफिस बियरर, टॉप थ्री से लेकर कमेटी मेंबरों की भी ठीक उसी तरह से ट्रेनिंग होना चाहिए, जिस तरह मैनेजमेंट के अधिकारियों की होती है ताकि भविष्य को लेकर कंपनी को तैयार करने में यूनियन तैयार रह सके. उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि मैनेजमेंट और यूनियन को एक दूसरे का सम्मान के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है. (नीचे भी पढ़ें)
टाटा स्टील के वीपी संजीव पॉल को दी गयी विदाई, अपने अनुभव को किया साझा
टाटा स्टील के वीपी संजीव पॉल को इस दौारन विदाई दी गयी. उनका अंतिम कार्य दिवस 31 मार्च ही था, इस कारण यूनियन ने उनको याद किया. संजीव पॉल ने उनके कार्यों की सराहना की जबकि खुद संजीव पॉल ने कहा कि उन्होंने टाटा स्टील में करीब 37 साल तक योगदान दिया है. वे आने वाले भविष्य में भी चाहेंगे कि कंपनी की तरक्की होती रहे. टाटा स्टील जैसी कंपनी यहां कभी नहीं रही है.
टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष ने अपने भाषण से लोगों का दिल जीता, महामंत्री के संचालन ने बंटोरी तालियां, डिप्टी प्रेसिडेंट का धन्यवाद ज्ञापन की तारीफ
टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने अपने भाषण से लोगों का दिल जीत लिया. उन्होंने काफी तार्किक भाषण दिया और सभी की तारीफ की और बताया कि टाटा स्टील को आगे ले जाने में कर्मचारियों की भूमिका को मैनेजमेंट उचित सम्मान देता आया है और आगे भी देता रहेगा. उन्होंने कहा कि टाटा स्टील के सहयोग से यूनियन काम करती है जबकि यूनियन का सहयोग लेकर टाटा स्टील काम करती है. यह अनोनाश्रय संबंध को भविष्य में भी बनाये रखने के लिए दोनों ओर से प्रयास किया जाना चाहिए. इस मौके पर टाटा वर्कर्स यूनियन के महामंत्री सतीश सिंह ने मंच का संचालन किया. उनके संचालन व्यवस्था की हर किसी ने तारीफ की जबकि डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन के दौरान अपने भाषण से सबको मोहित कर दिया.
करीब दो करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ है नया माइकल जॉन ऑडिटोरियम
टाटा वर्कर्स यूनियन की ओर से संचालित माइकल जॉन ऑडिटोरियम का मरम्मत और नया रुप करीब दो करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. आरामदायक कुर्सी के साथ करीब 526 लोगों के बैठने का इंतजाम है जबकि वहां के एसी समेत अन्य सिस्टम को भी बदला गया है.