जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे स्टेशन पर गुरुवार की रात स्टील एक्सप्रेस से आने वाले आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर ए मिर्जा द्वारा कोरोना का टेस्ट करने वाले वोलेंटियर्स का गर्दन पकड़ना काफी महंगा पड़ने जा रहा है. उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का आदेश कर दिया गया है. सिविल डिफेंस द्वारा इसकी शिकायत की गयी थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है. टाटानगर रेलवे स्टेशन में हावड़ा से आने वाली स्टील एक्सप्रेस से आए एक यात्री ने स्वयं को आरपीएफ इंस्पेक्टर बताते हुए अपनी कोरोना जांच कराने से इनकार कर दिया. इस दौरान रेलवे के सिविल डिफेंस के वॉलेंटियर्स द्वारा समझाने के दौरान खुद को आरपीएफ इंस्पेक्टर बताने वाले यात्री ने सिविल डिफेंस के वॉलेंटियर्स के साथ उलझ गया और एक वॉलेंटियर्स का कॉलर पकड़कर बतमीजी कर धक्का-मुक्की करते हुए अपने इंस्पेक्टर की धौंस दिखाई और अपना नाम ए मिर्जा बताया. जब जांच की गयी तो मालूम चला कि वह सही में आरपीएफ का इंस्पेक्टर है. इस दौरान जीआरपी और आरपीएफ की पुलिस वहां पहुंची और मामले को शांत करने का प्रयास करने लगे. इस बीच आरपीएफ़ इंस्पेक्टर यात्री फरार हो गया. यात्री आरपीएफ इंस्पेक्टर के इस व्यवहार से स्टील एक्सप्रेस से टाटानगर रेलवे स्टेशन में आए किसी भी यात्री का कोरोना वायरस की जांच नहीं किया जा सका. इस घटना के बाद सिविल डिफेंस वोलेंटियर और स्वाथ्य जांच दल कर्मी ने इसकी शिकायत उपायुक्त से करने की बात कही है. उनके द्वारा फिलहाल इसकी जानकारी क्षेत्रीय प्रबंधक विनोद कुमार को दे दी गई है. इसके बाद उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. इसको लेकर सीसीटीवी फुटेज मंगाया जा रहा है. ए मिर्जा तुनक मिजाज पदाधिकारी है, जिस कारण उनके खिलाफ कई तरह की शिकायतें है.
tatanagar-station-टाटानगर रेलवे स्टेशन में कोरोना टेस्ट कराने से इनकार कर वोलेंटियर का गर्दन पकड़ लेने वाले आरपीएफ इंस्पेक्टर के खिलाफ होगी कार्रवाई, विभागीय आदेश जारी, जांच शुरू
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