जमशेदपुर : चक्रधरपुर मंडल रेल प्रबंधक एजे राठौर ने शुक्रवार को अपने कनीय अधिकारियों एवं कन्सल्टेंट कंपनी के पदाधिकारियों के साथ टाटानगर रेलवे स्टेशन क्षेत्र का मुआयना किया. इस दौरान अधिकारियों ने टाटानगर रेलवे स्टेशन के अपग्रेडेशन की प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराने के उद्देश्य से रेलवे की जमीनों एवं उसके डेवलपमेंट की संभावनाओं का जायजा लिया. (नीचे भी पढ़ें)
बताते चलें कि टाटानगर रेलवे स्टेशन को ग्रेड ए स्टेशन के रूप में विकसित करने की योजना है. लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत से होनेवाले इस विकास कार्य के तहत स्टेशन के उत्तर एवं दक्षिण, दोनों ओर पैसेंजर एरिया का विस्तार करते हुए ग्रेड ए स्टेशन के अनुरूप सुविधाएं मुहैया कराई जायेंगी. इसके लिए स्टेशन के दोनों ओर व्यापक स्तर पर आधारभूत संरचना का विकास किया जायेगा. इस विकास कार्य के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करन का काम रेलवे ने कन्सल्टेंट कंपनी को सौंपा है. डीआरएम श्री राठौर आज अपने कनीय रेल अधिकारियों एवं कन्सल्टेंट कंपनी के अधिकारियों के साथ टाटानगर स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने स्टेशन के उत्तर एवं दक्षिण, दोनों छोर पर प्रस्तावित विकास कार्यों के आलोक में कन्सल्टेंट कंपनी के अधिकारियों के साथ स्पॉट विजिट किया. कन्सल्टेंट कंपनी के पदाधिकारियों ने स्पॉट विजिट कर रेल भूमि का जायजा लिया, जिसके आधार पर उन्हें प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करनी है.(नीचे भी पढ़ें)
डीआरएम एजे राठौर ने इस अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए रेलवे की इस महत्वकाकांक्षी योजना की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि टाटानगर रेलवे स्टेशन को ग्रेड ए स्टेशन के रूप में विकसित करने की योजना है, जिसके तहत स्टेशन के पैसेंजर एरिया में सुविधाओं का विकास किया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस पर रेलवे 4 सौ से 5 सौ करोड़ रुपये खर्च करेगा. इसके तहत स्टेशन के उत्तर एवं दक्षिण, दोनों छोर पर व्यापक स्तर पर निर्माण कार्य होना है. श्री राठौर के अनुसार रेलवे ने यह काम तीन फेज में कराया जायेगा. इसकी शुरुआत सुविधानुसार उत्तर में सेकेंड इंट्री साइड से होगी. सेकेंड इंट्री गेट एवं उसके आसपास पर्याप्त खाली रेल भूमि होने के कारण शुरुआत उधर से की जायेगी. सेकेंड फेज को दो भागों में बांट कर काम किया जायेगा. सेकेंड फेज ए के तहत पहले दक्षिणी छोर पर खाली रेल भूमि में काम होगा, फिर फेज 2 बी के तहत पैसेंजर एरिया का और दक्षिण की ओर विस्तार होगा, जिसके तहत उक्त जमीनों पर मौजूद निर्माण को हटा कर वहां निर्माण कार्य किया जायेगा.(नीचे भी पढ़ें)
एक सवाल के जवाब में श्री राठौर ने बताया कि दक्षिणी छोर पर केंद्रीय विद्यालय से लेकर रेलवे रनिंग रूम तक की भूमि पैसेंजर एरिया के रूप में विकसित की जायेगी, जिसमें सारी सुविधाएं मुहैया कराई जायेंगी. हालांकि उन्होंने कहा कि इस दौरान विस्थापित होने वालों को रेलवे की तय प्रक्रिया के तहत स्टेशन क्षेत्र में विकसित होनेवाले कॉमर्शियल जोन में स्थान मुहैया कराने की कोशिश की जायेगी. उन्होंने बताया कि इसके तहत वर्तमान सड़क के स्थान पर पैसेंजर जोन के बाहर-बाहर सड़क का निर्माण भी कराया जायेगा. (नीचे भी पढ़ें)
उन्होंने बताया कि कन्सल्टेंट कंपनी आगामी तीन माह में अपनी प्रोजेक्ट रिपोर्ट सौंपेगी, जिसके बाद उसे रेलवे बोर्ड को भेजा जायेगा. वहां से स्वीकृति मिलते ही परियोजना का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. इस दौरान रेलवे ओवरब्रिज की दुरवस्था के संबंध में पूछे जाने पर डीआरएम ने बताया कि ओवरब्रिज की सड़क की मरम्मत भी कराई जायेगी, हालांकि इसमें अभी मौसम के कारण परेशानी है. उन्होंने कहा कि वे जमशेदपुर के उपायुक्त के भी संपर्क में हैं तथा जिला प्रशासन के साथ मिल कर उसका तात्कालिक एवं स्थायी दोनों रूप में निर्माण कराया जायेगा.