खबरटाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष, महामंत्री व डिप्टी प्रेसिडेंट 24 घंटे से 'गायब',...
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टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष, महामंत्री व डिप्टी प्रेसिडेंट 24 घंटे से ‘गायब’, वेज रिवीजन व बोनस मजदूरों का होने वाला, मजदूर या कमेटी मेंबरों से ही नहीं कर रहे मुलाकात, मैनेजमेंट व अधिकारियों के साथ ‘रिसोर्ट’ का आनंद के साथ हो रही वेज रिवीजन व बोनस की वार्ता

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जमशेदपुर : टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महामंत्री सतीश सिंह और डिप्टी प्रेसिडेंट 24 घंटे से गायब है. वे लोग किसी से मिल नहीं रहे है. किसी से फोन पर बात तक नहीं कर रहे है. यूनियन के एक उपाध्यक्ष को छोड़कर किसी तरह का किसी से कोई बातचीत तक नहीं कर रहे है. हालात यह है कि वेज रिवीजन समझौता और बोनस समझौता जैसे अहम मुद्दे पर यूनियन के सात पदाधिकारी (जो टॉप थ्री से अलग है और एक उपाध्यक्ष को छोड़कर, जो अध्यक्ष के करीबी है) भी अंधेरे में है. सातों पदाधिकारी अपना-अपना अलग-अलग डिमांड कर रहे है. मजदूर हितों में क्या फैसला लिया जाना चाहिए, क्या नहीं लिया जाना चाहिए, इसको लेकर सात पदाधिकारी अंधेरे में है. दूसरी ओर, मजदूरों का ही वेज रिवीजन समझौता होने वाला है. बोनस भी मजदूरों के हितों को लेकर ही समझौता होना है. लेकिन उनसे ही कोई रायशुमारी नहीं कर रहे है. यूनियन के कमेटी मेंबरों से भी कोई रायशुमारी नहीं हो पा रही है. मजदूरों और कमेटी मेंबरों और अपने ही यूनियन के पदाधिकारियों से बिना कोई बात किये अध्यक्ष, महामंत्री और डिप्टी प्रेसिडेंट एकजुट है और वे लोग खुद फैसला ले रहे है. वेज रिवीजन और बोनस का समझौता एक साथ वे लोग करेंगे, ऐसी तैयारी है और इसकी घोषणा एक से दो दिनों के भीतर हो जायेगी. वैसे यूनियन के एक उपाध्यक्ष, जो अध्यक्ष के साथ हर मिनट संपर्क में है, उनके ही हवाले से यह खबर आयी है कि वे लोग डिमना की हसीन वादियों में नये बने डिमना रिसोर्ट का आनंद ले रहे है और अध्यक्ष, महामंत्री और डिप्टी प्रेसिडेंट मैनेजमेंट के ही अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर रहे है. किसी और से कोई रायशुमारी ही नहीं कर रहे है ताकि वे लोग सीधे समझौता की जानकारी दे दे.

ये सारे समझौता में तय हो रही है बातें :

  1. टाटा स्टील के कर्मचारियों का समझौता छह से सात साल का होगा. वैसे मैनेजमेंट सात साल पर अडिग है, लेकिन यूनियन छह साल का मान रहा है.
  2. टाटा स्टील में डीए में बदलाव हो रहा है. कर्मचारियों का वेतन एक हद तक बढ़ने के बाद सीलिंग लगाने की कोशिश हो रही है.
  3. अगर छह साल का समझौता होता है तो एमजीबी घटेगा और अगर सात साल का समझौता होता है तो वेज रिवीजन एमजीबी ज्यादा होगा
  4. टाटा स्टील में वेज रिवीजन के साथ ही बोनस का जो फार्मूला तय हुआ है, उसके तहत तत्काल बोनस की राशि बढ़ा दी जायेगी क्योंकि नये वेतनमान के तहत ही समझौता होना है.

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