रांचीः शुक्रवार को तेलंगाना के मुख्यंमत्री के चंद्रशेखर राव झारखंड की राजधानी रांची पहुंचे, जहां उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच राष्ट्रीय राजनीतिक पर लंबी बातचीत हुई. सूत्रों का कहना है कि दोनों नेताओं की मुलाकात नई राजनीति की पटकथा लिखने के लिए हुई. और केसीआर इसी कोशिश में खुद को सबसे ऊपर रखना चाहते हैं. जिसके कारण वो लगातार अन्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा विरोधी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं.के चंद्रशेखर राव इस वक्त केंद्र की मोदी सरकार के विकल्प की तलाश में हैं. (नीचे भी पढ़े)
यही वजह है, कि उन्होंने पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तामिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन जैसे नेताओं से मिलकर गैर कांग्रेसी विपक्षी दल को गोलबंद करना चाह रहे हैं. दरअसल, के चंद्रशेखर राव, 2024 के आम चुनाव से पहले एक ऐसा गठबंधन बनाना चाहते हैं, जो भाजपा को सत्ता से दूर कर सके. इसीलिए वो लगातार दूसरे प्रदेश के भाजपा विरोधी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. लेकिन गौर करने वाली बात ये है, इन प्रयासों के बीच कांग्रेस से दूरी बनाकर रखे हैं. (नीचे भी पढ़े)
वहीं तेलंगाना और झारखंड के बीच का रिश्ता जोड़ने के लिए उन्होंने बिहार रेजीमेंट के शहीद जवान कुंदन ओझा का चुनाव किया. जो तेलंगाना के रहने वाले शहीद कर्नल बी संतोष बाबू के साथ तैनात थे. और गलवान घाटी में चीनी सेना से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. अब इसी कनेक्शन को जोड़ने के लिए संतोष बाबू के साथ शहीद कुंदन ओझा, जो कि झारखंड के साहिबगंज जिले के रहने वाले हैं,, उनकी पत्नी को 10 लाख की सहायता राशि देने का ऐलान किया. गौरतलब है, कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की कोशिश है, कि किसी तरह देश के तमाम राज्यों के मुख्यमंत्री या नेता जो कि भाजपा विरोधी हैं, उन्हें किसी तरह से गोलबंद कर एक मंच पर लाया जाए, ताकि 2024 में भाजपा को कड़ी टक्कर दी जा सके.