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टीपीएल ने अपने मजदूरों को राशन-पानी देना किया बंद, लॉकडाउन में ही नोवामुंडी से गढ़वा के लिए पैदल निकल पड़े मजदूर, सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा ने की भेजने की पहल, कंपनी प्रबंधन पर बरसीं, कहा-मानवता के आधार पर भी दो वक्त का भोजन दे सकती थी कंपनी, उपायुक्त से शिकायत

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चाईबासा : कोरोना वायरस से बचाव को लेकर देश में लागू लॉकडाउन को देखते हुए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है कि कोई भूखा न रहे। लेकिन निजी कंपनी प्रबंधन द्वारा इस मुश्किल घड़ी मे भी अपने मजदूरों को दो वक्त का भोजन नहीं दिया जा रहा है। बल्कि उन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया जाता है। ऐसा ही एक मामला पश्चिमी सिंहभूम जिले के नोवामुण्डी प्रखंड मुख्यालय संग्रामसाई स्थित टीपीएल कंपनी का है. प्लांट में कार्यरत्त मजदूरों को पिछले तीन-चार दिनों से राशन पानी देना बंद कर दिया गया है। मजदूरों ने कहा एक ओर जब कंपनी राशन पानी नहीं दे रहा है वहीं आये दिन देश में लॉक डाउन की अवधि बढ़ती जा रही है। इसलिए हम मजदूर अपने घर पहुंच जाये। किसी तरह अपने परिवार और बच्चों के साथ नमक भात खा कर रहेगें। हलांकि टीपीएल कंपनी प्रबंधन ने जब राशन पानी देना बंद किया तो स्थानीय पुलिस ने सहयोग किया और बीडीओ की ओर से मात्र 10 किलो चावल दिया गया।

शुक्रवार को जब मजदूरों का सब्र टूटा तो टीपीएल कंपनी में कार्यरत कई मजदूर कंपनी छोड़ नोवामुंडी से गढ़वा अपने गांव के लिए पैदल निकल पड़े। मजदूरों ने कहा कि मंत्री सह गढ़वा के विधायक मिथलेश ठाकुर को भी फोन किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका, जिस कारण बात नहीं हो पाई। सुबह आठ बजे मजदूर अपना बोरिया-बिस्तर माथे पर लाद कर गढ़वा के लिए निकल पड़े, जिन्होंने दोपहर करीब दो बजे जगन्नाथपुर पार किया.

सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा को खबर मिली तो अपने पार्टी कार्यकर्ता अमोद साव को भेज मामले की जानकारी लेते हुए उन सभी मजदूरों को रुकवाया और समस्याओं को सुनने के बाद उपायुक्त से बात कर उन मजदूरों को उनके घर तक सही सलामत पहुंचाने के लिए व्यवस्था की। सांसद गीता कोड़ा ने सपष्ट शब्दों में कहा की कोई भी व्यक्ति हमारे संसदीय क्षेत्र में भूखा नहीं रहेगा और टीपीएल कंपनी प्रबंधन ने तो मानवता ही खो दी है। सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि टीपीएल कंपनी प्रबंधन अपने मजदूरों को इस समय इस हाल में छोड़ रही है, जो काफी चिंता का विषय है, जबकी कंपनी प्रबंधन मानवता के आधार पर दो वक्त की रोटी दे सकती है, लेकिन ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि टीपीएल कंपनी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी। इसके लिए उपायुक्त से बात हुई और शिकायत भी की गई है।

इधर मामले की जानकारी मिलने पर जगन्नाथपुर अनुमंडलाधिकारी स्मृता कुमारी व जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक के निर्देश पर एफसीटी ड्यूटी पर तैनात जगन्नाथपुर थाना के सअनि नंदकिशोर सिंह ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी मजदूरों को पैदल जाने से रोका और वापस जगन्नाथपुर रसैल उच्च विद्यालय लाया।

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