जमशेदपुर: आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा कि झारखंड, बंगाल, बिहार, ओडिशा और असम के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में सरना धर्म कोड की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा.आंदोलन की शुरुआत 15 अक्टूबर से की जाएगी. इसको लेकर सेंगेर अभियान ने रणनीति बना ली है. सेगेंल अभियान की मांग है कि सरना धर्म कोड के संबंध में राज्य सरकार लगातार टालमटोल की नीति अपना रही है. इसके अलावा अन्य चार प्रमुख मांगें शामिल हैं. इन सभी मुद्दो को सफल बनाने के लिए सेंगेल अभियान अन्य संगठनों के साथ समन्वय की कोशिश करेगा ताकि आंदोलन सफल बनाया जा सके. आदिवासी सेंगेल अभियान की प्रमुख मांगे शामिल है, जिनमें सरना धर्म कोड, झारखंडी डोमिसाइल, झारखंड प्रदेश में हिन्दी के साथ साथ संताली को राजभाषा का दर्जा, रामेश्वर मुर्मू हत्या कांड में सीबीआई को न्यायपूर्ण जांच करना, शहीद सिदो मुर्मू व बिरसा मुंडा के वंशजों के लिए दो ट्रस्ट का गठन हो. इसके अलावा असम व अंडमान- निकोबार में रह रहे आदिवासियों को जनजाति का दर्जा मिलना चाहिए. 15 अक्टूबर को सेगेल अभियान जन जागरण आंदोलन और झारखंड सरकार पुतला दहन, सरना धर्म कोड को लेकर 15 अक्टूबर को रोड जाम व 20 अक्टूबर को रैली, 5 नवंबर से लेकर 20 नवंबर तक जन जागरण एवं पुतला दहन कार्यक्रम तथा 6 दिसंबर से रेल- रोड चक्का जाम किया जाएगा.
jamshedpur-सरना धर्म कोड समेत पांच मांगों को लेकर आदिवासी सेंगेल अभियान 15 अक्टूबर से चलाएगा चरणबद्ध आंदोलन
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