जमशेदपुर : टाटा स्टील की अनुषंगी कंपनी टाटा स्टील यूटिलिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) के लगभग 650 कर्मचारियों की जनवरी, 2018 से लंबित ग्रेड रिवीजन समझौता के लिए चल रही वार्ता पूरी हो गई है. बुधवार को समझौता हो सकता है. समझौता के समय जमशेदपुर के डीएलसी की मौजूदगी के लिए जुस्को श्रमिक यूनियन द्वारा उनसे समय मांगा गया है और उनके समय देने के साथ ही समझौता हो जाएगा, डीएलसी ने इस बात की पुष्टि किया कि टाटा स्टील यूआइएसएल में ग्रेड रिवीजन के लिए यूनियन व प्रबंधन को बुधवार को आफिस बुलाया गया है. वहीं यूनियन अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय ने कहा कि वार्ता फाइनल हो गया है और डीएलसी के समय देने के साथ ही समझौता हो जाएगा. वहीं यूनियन सूत्रों का कहना है कि बुधवार को समझौता होगा. (नीचे भी पढ़े)
समझौता के बाद होने वाली कमेटी मीटिंग की तैयारी भी हो गई है. ग्रेड समझौता के बारे में मिली जानकारी के अनुसार अब जुस्को कर्मचारियों के ग्रेड समझौता 7 सात वर्षों के लिए होगा. सभी भत्तों पर सहमति बन गई है. वहीं, कर्मचारियों के ग्रेड स्ट्रक्चर की अपर सीलिंग में महंगाई भत्ता (डीए) फ्रीज होगा. कंपनी प्रबंधन ने डीए फ्रीज करने के लिए जुस्को श्रमिक यूनियन को प्रस्ताव दिया है जिसपर लगभग सहमति बन गई है. टाटा स्टील की तरह जुस्को में भी ग्रेड स्ट्रक्चर बना हुआ है.(नीचे भी पढ़े)
प्रमोशन व इंक्रीमेंट पाने के बाद कर्मचारियों को उनके तय बेसिक स्ट्रक्चर से ज्यादा बेसिक मिलता है. कर्मचारियों को इसी बेसिक के आधार पर प्रति तिमाही अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़ों के तहत महंगाई भत्ता मिलता है। अपर सीलिंग प्रभावी होने के बाद कर्मचारी का बेसिक ज्यादा ही क्यों न हो, उन्हें अपर सीलिंग में तय बेसिक पर ही डीए मिलेगा. ग्रेड रिवीजन समझौता होने पर कर्मचारियों को न्यूनतम 4000-10000 हजार रुपए मासिक का फायदा होगा. साथ ही लगभग 2- 5 लाख रुपए तक एरिया भी मिलेगा. मालूम हो कि टाटा स्टील के ग्रेड रिवीजन समझौता के दौरान ही यूनियन ने मैट्रिक पास कर्मचारी पुत्रों की बहाली की मांग किया था पर प्रबंधन इसके लिए फिलहाल तैयार नहीं हुआ है. लेकिन यूनियन जल्द ही इस मुद्दे पर अलग से बात करने का समय मांगा है.(नीचे भी पढ़े)
यूनियन का तर्क था कि टाटा स्टील में ग्रेड रिवीजन समझौता के दौरान 350 मैट्रिक पास निबंधित कर्मचारी पुत्रों की बहाली पर भी सहमति बनी थी इसलिए टाटा स्टील यूआइएसएल (पहले जुस्को) कर्मचारियों को भी यह लाभ मिलना चाहिए लेकिन मौजूदा स्थिति का हवाला देते हुए फिलहाल प्रबंधन ने ऐसी सुविधा देने से इंकार कर दिया है. ग्रेड रिवीजन समझौता में हुए निर्णय के अनुसार कर्मचारियों के भत्ता पर जो सहमति बनी हुई है उनके अनुसार कर्मचारियों को मिनिमम गारंटेड बेनीफिट (एमजीबी) 11 प्रतिशत मिलेगा. इससे नए कर्मचारियों को अधिकतम 3250 जबकि न्यू सीरीज कर्मचारियों को 6000 रुपए एमजीबी का फायदा मिलेगा. प्रबंधन और यूनियन के बीच व्हीकल मेंटनेंस, यूटिलिटी एलाउंस, पर्सनल एलाउंस व रात्रि पाली भत्ता में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है. टाटा स्टील के तर्ज पर जुस्को कर्मचारियों को भी इंटरनेट मोबाइल एलाउंस व दो बच्चों की पढ़ाई के लिए एजुकेशन एलाउंस मिलेगा. फिक्सड डीए को भी 500 रुपए से बढ़ाकर 800 रुपए किया गया है.(नीचे भी पढ़े)
यूनियन विवाद था लटकने का कारण, एकतरफा हो रहा था बोनस
जुस्को श्रमिक यूनियन की आमसभा 14 मार्च 2020 के बाद हुए विवाद के कारण मामला डीएलसी फिर हाईकोर्ट पहुंच गया था. यूनियन विवादित होने के कारण प्रबंधन ने यूनियन से वार्ता बंद कर दिया था और ग्रेड रिवीजन समझौता लटक गया था. वहीं कर्मचारियों का सालाना बोनस भी प्रबंधन की ओर से एकतरफा दिया जा रहा था. हालांकि यूनियन का दावा है कि कर्मचारियों को जो बोनस मिला है वह पूर्व में तय बोनस फार्मूला के तहत ही मिला है, इसलिए उसमें कोई हानि कर्मचारियों को नहीं हुई है पर फार्मूला के साथ टेबल टाक होने पर निश्चित रुप से कुछ अधिक मिला रहता. जैसा कि टाटा स्टील को बंपर मुनाफा होने पर कंपनी की ओर फार्मूला का बावजूद गुडविल एमाउंट दिया गया.