चाईबासा : कोलहान प्रमंडलीय क्षेत्र के पश्चिमी सिंहभूम जिला के सारंडा व पोड़ाहाट जंगलों में सीअरपीएफ व चाईबासा पुलिस के संयुक्त तत्वाधान में चल रहे नक्सलियों के विरूद्व अभियान को और तेज करने तथा पूर्ण रूप से नक्सलियों को बैकफुट पर भेजने की तैयारी को लेकर राज्य के डीजीपी नीरज कुमार सिन्हा ने सीआरपीएफ के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर रणनीति बनायी है। वह हवाई मार्ग से चाईबासा दौरा पर आए थे। चाईबासा पहुंचने के बाद सीधे सारंड़ा व पोड़ाहाट जंगलों का हवाई सर्वेक्षण किया। बाद में नक्सलियों से निपटने के लिए नई रणनीति बनाने के लिए उच्चस्तरीय बैठक सीअरपीएफ के साथ की। (नीचे भी पढ़ें)
पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा जिला में डीजीपी नीरज सिन्हा के साथ मुरारी लाल मीणा, अपर पुलिस महानिदेशक, विशेष शाखा, डॉक्टर महेश्वर दयाल, पुलिस महानिरीक्षक झारखंड सेक्टर, सीआरपीएफ, अमोल वी होमकर, पुलिस महानिरीक्षक (अभियान), राजीव रंजन सिंह, पुलिस उप-महानिरीक्षक सिंहभूम (कोल्हान) क्षेत्र, चाईबासा, आशीष शुक्ला, पुलिस उप-महानिरीक्षक, (परिचालन), सीआरपीएफ, चाईबासा एवं अजय लिंडा, पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा के द्वारा टोन्टो थानान्तर्गत घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र स्थित पुलिस पिकेट टोंटों (पालीसाई) का दौरा किया गया। वहां महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखंड रांची के द्वारा उग्रवादियों के विरुद्ध वर्तमान में चल रहे अभियान तथा आगे चलने वाले अभियान की समीक्षा की गई। साथ ही सीआरपीएफ के साथ संयुक्त रूप से उग्रवादियों के विरुद्ध सघन अभियान चलाने हेतु एक उच्चस्तरीय गोष्ठी हुई l सुरक्षा बलों के साथ संवाद कर उनका हौसला अफजाई किया गया। (नीचे भी पढ़ें)
महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखंड रांची के द्वारा वहां के मुंडा मानकी एवं आस-पास के आम ग्रामीणो से सीधे संवाद किया गया तथा उनको हो रही कठिनाइयों के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। ग्रामीणों द्वारा मुख्यतः पेयजल, बैंक की समस्या, मोबाइल नेटवर्क की समस्या इत्यादि बतायी गयी। महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखंड रांची के द्वारा उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए समाधान करने का भरोसा दिलाया गया। सामुदायिक पुलिसिंग के तहत उपस्थित ग्रामीणों के बीच 150 पीस जर्सी, फुटबॉल 10, धोती 50 पीस, गंजी 50 पीस, साड़ी 50पीस, लूंगी 50 पीस, गमछा 60 पीस एवं 100 जोडा चप्पल का आम लोगों के बीच वितरण किया गया।