चाईबासा : सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देशानुसार पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन / पुलिस प्रशासन के बेहतर तालमेल तथा पड़ोसी राज्य / जिला के पदाधिकारियों के साथ बेहतर समन्वय तथा स्वस्थ संवाद के जरिए संपूर्ण तालाबंदी के दौरान राज्य से बाहर फंसे श्रमिक / नागरिक को जिले / राज्य में वापस लाने का कार्य निरंतर जारी है। यह जानकारी उपायुक्त अरवा राजकमल ने दी. उन्होंने बताया है कि जिला प्रशासन के द्वारा अभी तक कुल 186 श्रमिक / नागरिक को इस जिले में वापस लाया गया है, जिसमें विगत दिवस को कुल 127 श्रमिक / नागरिक वापस लौटे हैं।
उपायुक्त अरवा राजकमल ने बताया कि कि लौटे सभी श्रमिक / नागरिक को देर रात तक चले स्क्रीनिंग के उपरांत सभी का निबंधन यथा नाम, आने / जाने वाले स्थान का नाम, आधार कार्ड तथा संपर्क सूत्र प्राप्त करते हुए होम क्वॉरेंटाइन में रहने के आदेश के साथ सभी को आज अहले सुबह अपने-अपने गृह प्रखंड मुख्यालय पहुंचाया गया है। यहां से प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा आवश्यक कार्रवाई को पूरा करते हुए उनके गांव-घर तक वाहन के माध्यम से भेजा जा रहा है।
पश्चिमी सिंहभूम जिला में विगत दिन / रात को वापस लौटे कुल 127 व्यक्ति : पश्चिमी सिंहभूम जिला में विगत दिन / रात को वापस लौटे कुल 127 व्यक्ति में से ओडिशा राज्य के अंगुल जिला से 15 तथा जाजपुर जिला से 13 श्रमिक / मजदूर जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध बस से, क्योंझर जिले से 13 व्यक्ति सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध बस से, केरल राज्य के कालीकट जिला से 05 व्यक्ति रेल मार्ग द्वारा राज्य के धनबाद स्टेशन तथा वहां से सड़क मार्ग द्वारा चाईबासा और 80 श्रमिक बंधु कर्नाटक राज्य के बेंगलुरु शहर से रेल मार्ग द्वारा रांची (हटिया) स्टेशन एवं वहां से जिला प्रशासन के द्वारा वाहन के माध्यम से चाईबासा स्थित रिसीविंग सेंटर पर लाये गये हैं।
होम क्वारंटाइन का नोटिस और अनाज देकर मजदूरों को पहुंचाया गया अपने गंतव्य तक, चक्रधरपुर, सोनुवा, जगन्नाथपुर व जेटेया के मजदूर आये
प्रवासी मजदूरों को अपने गृह क्षैत्र में रोजगार देने की भी योजना बनायी गयी है। साथ ही दूसरे राज्य से आने वाले प्रवाशी मजदूरों का स्क्रीनिंग टेस्ट कर जिला प्रशासन द्वारा उन्हें उनके घर तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इसी योजना के तहत मंगलवार को ओड़िसा के विभिन्न जिलों में कार्य करने वाले मजदूरों का जत्था बसों से जगन्नाथपुर अनुमंडल मुख्यालय पहुंचा। पुरी से आने वाले मजदूरों को सुरक्षित लाने और सक्रीनिंग टेस्ट करा कर उनके निवास स्थल तक सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेवारी जगन्नाथपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार को सौंपी गयी है। इधर प्रवासी मजदूरों की शारीरिक जांच के लिए जगन्नाथपुर अनुमंडल की एसडीओ स्मृता कुमारी के द्वारा मेडिकल टीम के साथ ही सेवा के लिए शिक्षकों को भी लगाया गया है। साथ ही जगन्नाथपुर अंचलाधिकारी तृप्ति विजया कुजूर को शिविर केंप के लिए दण्डाधिकारी बनाया गया है। मंगलवार को सुबह ही ओड़िशा से मजदूर पहुंचें, जहां उनका स्क्रीनिंग टेस्ट किया गया. उसके बाद मजदूरों को अनाज का पैकेट तथा टेस्ट व होम क्वारंटाइन का नोटिस युक्त प्रमाण पत्र देकेर छोटे बड़े वाहनों से उनके निवास स्थान भेजने का कार्य भी किया गया। अन्य राज्यों से आये मजदूरों की सुरक्षा में जगन्नाथपुर अनुमंडल एसडीपीओ प्रदीप उरांव ने थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक के द्वारा पुलिस पदाधिकारी व शस्सत्र बलों को शिविर कैंप में प्रतिनियुक्त किया गया है।