चाईबासा : कोरोना वायरस से बचाव को लेकर देश में लागू लॉकडाउन में फंसे झारखंड के प्रवासी मजदुरों को वापस लाने के बाद हो रही समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा प्रवासी मजदुरों के हित में अहम निर्णय लिया गया गया है। इस निर्णय के आलोक में शनिवार को पश्चिमी सिंहभूम जिला के उपायुक्त अरवा राजकमल व पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने संयुक्त बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा निर्गत निर्देशों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपायुक्त अरवा राज कमल एवं पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने जिला के अंतर्गत सभी एसडीओ, एसडीपीओ, बीडीओ, सीओ व थाना प्रभारी के साथ आवाश्यक बैठक की।
बैठक में उपायुक्त अरवा राज कमल ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया की अब कोई भी मजदूर जिले से पैदल नहीं जायेगा। कहीं भी चाहे वह अन्य राज्य का ही मजदूर क्यों न हो। जिले के सभी सीमावर्ती क्षेत्र से पैदल आने व जाने वाले प्रवासी मजदूरों को रोक कर वहीं सरकारी क्वारंटाइन सेंटर में रखें और उन मजदूरों को भोजन कराना है। उन मजदूरों से पूछताछ कर के जिस जिले के हैं या अन्य राज्य के मजदूर है तो उन्हें उचित वाहन की व्यवस्था उपलब्ध करा कर भेजने का प्रबंध करना है।
साथ ही यह भी बताया गया कि सरकार द्वारा 24 जिले की रेड जोन के रूप में पहचान की गई है, जहां से कोरोना पॉजिटिव मरीज पाये गये हैं और वैसे जिले से कई मजदूर आ रहे हैं उन मजदूरों में किसी में कोरोना वायरस के लक्षण नजर आये, तो उसकी जांच करनी है। यदि कोरोना के लक्षण न हो तो वैसे मजदूरों की स्वास्थ्य जांच नहीं करनी है। साथ बताया गया जिले के पंचायत और गांव में आने वाले प्रवासी मजदूरों की देखभाल के लिए थाना व पंचायत स्तर पर निगरानी समिति बनायी जायेगी। पंचायत स्तर पर निगरानी समिति में मानकी मुण्डा, आंगनबाड़ी सेविका, सहिया पथा पंचायत समिति सदस्यों को शामिल किया जायेगा जो समय-समय पर मजदूरों से सबंधित सूचना देगें।
वहीं उपायुक्त ने कहा की करीब दो माह से चल रहे लॉक डाउन में सभी जिलेवासियों व जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रबंधन के कर्मी व पदाधिकारियों ने सराहनीय कार्य किया है, लेकिन आनेवाले 15 दिन काफी महत्वपूर्ण हैं। इसलिए आगामी 15 दिनों में भी लॉकडाउन का नियमों का पूरी तरह से पालन करना है। अब तक जिला में कोई कोरोना पॉजिटीव मरीज नहीं मिला है। इसलिए जिला को कोरोना प्रभाव से मुक्त जिला बनाना ही पहली प्राथमिकता है। इसलिए जिलेवासियों से अपील की गयी कि घर में रहें, सुरक्षित रहें।