चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले के 1150 प्रवासी श्रमिक आज गुजरात राज्य के मोरबी जिला से टाटानगर रेलवे जंक्शन पर पहुंचे। जिले के मजदूरों का स्वागत उपायुक्त अरवा राजकमल, आरक्षी अधीक्षक इंद्रजीत महथा एवं उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन द्वारा किया गया। उपायुक्त अरवा राजकमल ने पश्चिमी सिंहभूम जिले के प्रवासी मजदूरों को बताया कि अब उन्हें अपने गांव में ही रोजगार मिलेगा। कोविड-19 रूपी भयंकर विभीषिका के कारण अन्य राज्यों से अपनी रोजी-रोटी छोड़कर गृह वापसी करने वाले श्रमिकों को हताश-निराश होने की जरूरत नहीं है। प्रत्येक श्रमिक के हाथ में रोजगार देने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। मनरेगा योजना के तहत् अपने खेत में बागवानी लगाने से उन्हें प्रतिदिन ₹194 की आय होगी। उपायुक्त ने सभी प्रवासी मजदूरों को सारगर्भित रूप से तैयार किए गए पंपलेट उपलब्ध कराए, जिससे योजना के बारे में सटीक जानकारी वे स्वयं पढ़कर भी प्राप्त कर सकें।
अब अपने गांव में ही मिलेगा रोजगार- बागवानी लगाकर प्रतिदिन 194 रुपये की आमदनी
उपायुक्त ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण अपनी आजीविका गंवा चुके मज़दूर भाइयों को हतोत्साहित होने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें अब अपने गांव में ही रोजगार मिलेगा। मनरेगा योजना के तहत अपने खेत में बागवानी लगाकर वे प्रतिदिन 194 रुपये की आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। 3 साल में यही बागवानी 100000 रुपये प्रति वर्ष की आमदनी का जरिया बनेगी। उन्होंने बताया कि बागवानी हेतु आवश्यक सभी आधारभूत संरचना सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी। यथा- पौधे, खाद और कीटनाशक, पानी की सुविधा, बागवानी का घेराव सरकार द्वारा किया जाएगा। आपको आपके काम की मजदूरी भी सरकार देगी। 90% अनुदान पर पंप सेट की व्यवस्था भी सरकार द्वारा की जाएगी। किसान क्रेडिट कार्ड के तहत् आपको लोन भी मिलेगा जिसकी किश्त 5 साल बाद चुकानी है।
स्किल रजिस्ट्रेशन कैंप में फ्लेक्स बैनर के जरिए स्वाबलंबन का संदेश
उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन के निर्देशानुसार जिले के तीनों अनुमंडल में कार्यरत स्किल रजिस्ट्रेशन कैंप में फ्लेक्स बैनर का अधिष्ठापन किया गया है। उक्त फ्लेक्स बैनर में मनरेगा अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ की गई तीनों योजनाओं यथा नीलांबर- पीतांबर जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना और वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना का संक्षिप्त विवरण अंकित है। ज्ञातव्य है कि गुजरात के मोरबी से टाटानगर रेलवे स्टेशन पहुंचने वाले पश्चिमी सिंहभूम के सभी 1150 श्रमिकों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सड़क मार्ग द्वारा जिले में लाया जाएगा। यहां तीनों अनुमंडल में स्किल रजिस्ट्रेशन कैंप बनाए गए हैं। यहां पर पहुंचने वाले प्रवासी मजदूरों को सूखा राशन के साथ पंपलेट उपलब्ध कराया जायेगा, साथ ही सभी का निबंधन भी किया जाएगा।