रामगोपाल जेना/ चक्रधरपुर/ गोइलकेरा: अंततः मंत्री जोबा मांझी को गोइलकेरा -सेरेंगदा जाने वाली जर्जर सड़क निर्माण करने की दिशा में सफलता मिली है. लंबी प्रतीक्षा के बाद आखिरकार गोइलकेरा-सेरेंगदा सड़क के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया है. 30 किमी लंबी यह इस सड़क का निर्माण 88 करोड़ रुपए की लागत से होगा. इसका टेंडर फाइनल हो गया है. खूंटी के विजय कुमार साहू इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सड़क निर्माण का टेंडर मिला है. टेंडर की प्रक्रिया मार्च 2022 में शुरू हुई थी. छह महीने बाद टेंडर अलॉट कर दिया गया है. गुजरात और पश्चिम बंगाल की कंपनियों समेत सात ठेकेदारों ने टेंडर डाला था. सड़क चौड़ीकरण के साथ टू लेन में बनेगी. (नीचे भी पढ़े)
फिलहाल बेहद जर्जर गोइलकेरा – सेरेंगदा सड़क सिंगल है. सड़क के बन जाने से गोइलकेरा और रनिया प्रखंड जुड़ जाएंगे. सेरेंगदा के पास कारो नदी में पुल भी बनाया जा रहा है. 30 गांवों की लाइफ लाइन कही जाने वाली गोइलकेरा-सेरेंगदा सड़क इलाके की महत्वपूर्ण सड़क है और यह 30 से ज्यादा गांवों जुड़ी हुई है. इस सड़क के बन जाने से बेड़ाहुंडरू, घोड़ाडूबा, चिरूंगबेड़ा, बारा, तामसाय, होरो, केबरा, ओरेंगा, फिलिंगहासदा, माराश्रम, चिटीर समेत कई गांवों के हजारों ग्रामीणों को लाभ मिलेगा. ये गांव प्रखंड मुख्यालय से सीधे तौर पर जुड़ जाएंगे. (नीचे भी पढ़े)
17 वर्षों बाद बनेगी सड़क : आखिरी बार गोइलकेरा – सेरेंगदा सड़क निर्माण वर्ष 2005 में हुआ था. लेकिन गुणवत्ताहीन निर्माण के कारण सड़क साल भर के अंदर ही जर्जर हो गई थी. निर्माण कार्य करने वाले संवेदक को ग्राम्य अभियंत्रण संगठन ने ब्लैकलिस्टेड कर दिया था. अब यह सड़क आरसीडी के अधीन है. (नीचे भी पढ़े)
राजनीति रस्साकशी में फंस रही थी सड़क : गोइलकेरा – सेरेंगदा सड़क का निर्माण राजनीति रस्साकशी में वर्षों तक फंसा रहा. रघुवर दास सरकार के कार्यकाल में भी सड़क निर्माण की मांग मंत्री जोबा माझी द्वारा की गई थी. लेकिन घोषणा के बावजूद सड़क निर्माण का टेंडर नहीं हुआ था. (नीचे भी पढ़े)
क्या कहते हैं अधिकारी : पथ निर्माण विभाग, मनोहरपुर के कार्यपालक अभियंता, रघुवंश चौधरी का कहना है कि सड़क निर्माण का टेंडर हो चुका है. गोइलकेरा से सेरेंगदा तक 11 मीटर चौड़ी इंटरमीडिएट टू लेन सड़क बनाई जाएगी. इसमें से साढ़े पांच मीटर सड़क का कालीकरण होगा. इसका प्राक्कलन करीब 88 करोड़ रुपए है.