चाईबासा : स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को ठेकेदारों के द्वारा प्रताड़ित करने, वेतन नहीं देने, मजदूर हित में मिलने वाली सुविधाओं से वंचित रखने तथा कार्य से हटा दिये जाने आदि से असंतुष्ट व 10 सूत्री मांगों को लेकर चाईबासा सदर अस्पताल परिसर में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की भूख हड़ताल जारी है. शुक्रवार को भूख हड़ताल पर बैठी पांच महिलाकर्मियों की तबीयत खराब हो गयी. स्थिति बिगड़ता देख पांचों को सदर अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया है. जानकारी के अनुसार अस्पताल में सभी का इलाज चल रहा है.
इस सबंध में हड़ताल का नेतृत्व कर रहे जिला अध्यक्ष अरविन्द लोहार ने बताया कि 14 तारीख से 10 सूत्री मांगों को ले कर अनिश्चितकालीन धरना में बैठे कर्मी कल से भूख हड़ताल पर चले गये हैं. उसके बाद दूसरे दिन 5 लोगों का तबीयत खराब हो गयी. जबकि पूर्व मुख्यमंत्री, स्थनीय विधायक समेत कई जनप्रतिनिधियों ने हड़ताल को नैतिक समर्थन दिया है. इसके बाद भी अभी तक किसी प्रकार की प्रक्रिया नजर नहीं आ रही है. आखिर क्यों? उन्होंने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा और किसी भी कर्मी के साथ कुछ होता है, तो इसकी जवाबदेही ठेकेदार से ले करके स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन तक की होगी. (आगे की खबर नीचे पढ़ें)
तबीयत खराब होने के बाद अस्पताल में इन्हें कराया गया है भर्ती (नीचे पढ़ें)
- फूलकुमारी बेहरा, चक्रधरपुर
- पार्वती देवी, चक्रधरपुर
- उमा कारवा, झींकपानी
- गीतांजलि देवी, जगन्नाथपुर
- मीरा कुमारी, जगन्नाथपुर.