चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र के टोंटो थाना क्षेत्र के दुरूला गांव के तारोपी टोला में करीब दो माह पूर्व जुरिया हेस्सा की हत्या उसके घर में कर दी गई थी. इस मामले में जगन्नाथपुर एसडीपीओ प्रदीप उरांव ने अनुसंधान के तहत एक माह चौबीस दिन बाद जुरिया हेस्सा का हत्यारे को जेल के सलाखों तक पहुंचाने के लिए खोज निकाला और गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी कर दी है. जुरिया हेस्सा की हत्या का खुलासा हुआ तब बात सामने आई की जुरिया का हत्यारा और कोई नहीं उसका अपना भाई ललित हेस्सा है. जबकि ललित हेस्सा पिछले दो माह से टोंटो पुलिस को गुमराह कर गांव में ही घुमता रहा. इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जगन्नाथपुर एसडीपीओ प्रदीप उरांव को गुप्त सुचना मिली मृतक जुरिया हेस्सा का हत्यारा उसका भाई ललित हेस्सा ही है तो इस मामले की छानबीन एसडीपीओ प्रदीप उरांव नें पेशेवर तरीके से अनुसंधान करना शुरू कर दिया और अंततः ललित हेस्सा को गिरफ्तार कर पुछ ताछ करने पर पुरी घटना का खुलासा करते हुए पुलिस को जानकारी दी.
इस दौरान गिरफ्तार ललित हेस्सा ने पुलिस को बताया कि मृत जूरिया हेस्सा के साथ पिछले एक साल से आपसी विवाद चल रहा था. जुरिया हमारे बेटा को हमेशा प्रताडित करता था. बताया कि घर के बाहर ही पूर्वजों के दफन स्थल पर रखे पत्थर को हटाने के लिए बार बार झगड़ा करता था और मेरा बेटा को पढ़ने नहीं देता था उस समय झगड़ा हुआ तो मृत जूरिया नें हमको धमकी दिया कि इस बार माघे पर्व में तुमको साफ कर देगें. उसी दिन से हम परेशान थे और माघे पर्व भी नजदीक आ रहा था डर भी लग रहा था. इसलिए हम योजना बनाएं और 22 अक्तुबर की रात जुरिया हेस्सा का घर पिछले दरवाजा से घुस गये पहले इधर उधर देखें फिर खराटा मार कर गहरी निंद में सोया था. उसी दौरान भाई जुरिया को टांगी से मार कर हत्या कर दी. फिर उसकी पत्नी पर भी वार किया.वह भी इस घटना में घायल हो गयी थी. इसके बाद भाग गया. सुबह हल्ला होने लगा कि जुरिया हेस्सा की हत्या हो गयी. फिर घटना का अंजाम कैसे दिया इसका ट्राईल भी टोंटो पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी से कराया गया. वहीं हत्या में प्रयोग किया गया टांगी भी पुलिस बरामद कर गुत्थी को सुलझाने में सफल रहा. मृतक चार भाई है जिसमें एक भाई बोकारो में रहता तो एक की मृत्यु पहले ही हो चुका है. हत्यारा ललित हेस्सा दाउडुंगवा गांव में रहता तो मृतक दुरूली गांव के तोरपी टोला में रहता था