रामगोपाल जेना/कोल्हान/चक्रधरपुर : चक्रधरपुर उरांव सरना समिति ने जमशेदपुर ट्राइबल कल्चरल सोसाइटी के सोनारी स्थित ट्राइबल कल्चरल सेंटर में मंगलवार को वारंगक्षिति लिपि के जनक एवं हो भाषा के महान साहित्यकार ओत कोल गुरु लको बोदरा की 104वीं जयंती मनायी. समिति के सदस्य इन दिनों सोनारी ट्राइबल कल्चरल सेंटर में कुड़ुख भाषा की तोलोंग सिकी लिपि के पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं. (नीचे भी पढ़ें)
इस मौके पर टीसीएस के पदाधिकारी शिवशंकर काडेयांग, रामचंद्र टुडू एवं कुडुख भाषा कार्यशाला के प्रशिक्षक डॉ नारायण उरांव, सरन उरांव, धरम साह उरांव, महेश एस मिंज, डॉ बिंदु पाहन एवं अजंगक्या बिरुवा, सलखान मुर्मू, बबलू लकड़ा, विमल खलखो, अरुण टोप्पो के साथ ही कुडुख भाषा के शिक्षक-शिक्षिकाएं, कोऑर्डिनेटर आदि शामिल हुए.