Chaibasa : बालू माफियाओं द्वारा अवैध रूप से बालू का कारोबार तथा उत्खन्न करने वालों के बिरूद्व गुरूवार को जगन्नाथपुर अनुमंडलाधिकारी शंकर एक्का व जगन्नाथपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रदीप उरांव के द्वारा संयुक्त रूप से छापामारी अभियान चलाया गया। इसी छापेमारी अभियान के दौरान झारखंड-ओड़िशा सीमा पर घाघरबेड़ा बालू घाट की आड़ में पुलिया के नीचे अवैध बालू उत्खन्न के कारोबार का पर्दाफाश हुआ। वहीं अवैध रूप से बालू का कारोबार चलाने के लिए बनाये गये कार्यालय को जहां जमीदोज किया गया वहीं अवैध रूप से बालु का उत्खन्न करने वाला पोकलेन समेत कई सामान जब्त कर घाघरबेड़ा थाना को सौंप दिया गया।
मालूम हो कि झारखंड में बालू घाटों की नीलामी प्रक्रिया को शुरू करने की कवायद को देखते हुए बालू घाटों की स्थिति का जायजा लेने का कार्य शुरू कर दिया गया है। वहीं गुरूवार को जगन्नाथपुर अनुमंडलाधिकारी शंकर एक्का व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रदीप उरांव के द्वारा बालू घाटों का निरीक्षण सह छापामारी अभियान चलाया गया। इस अभियान को दौरान ही ओड़िशा के बालू माफिया महेंद्र गिरि के द्वारा ओड़िशा के नाम पर टेंडर पेपर दिखाकर ओड़िशा-झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में पड़ने वाले दो राज्य को जोड़ने वाली पुलिया के नीचे अवैध रूप से बालू का उत्खन्न करने का कार्य किया जा रहा था। इसे देखते हुए जगन्नाथपुर पुलिस ओड़िशा के घाघरबेड़ा पुलिस के साथ छापामारी की, जहां ओड़िशा के टेंडर पेपर पर झारखंड सीमावर्ती क्षेत्र में महेंद्र गिरि द्वाला अवैध रूप से बालू उत्खन्न करते हुए पकड़ा गया।
छापामारी दल में शामिल घाघरबेड़ा पुलिस और तहसीलदार को निर्देश दिया गया कि ओड़िशा के पेपर पर ओड़िशा के बालू घाटों पर ही बालू का उत्खन्न कराया जाये, झारखंड में नहीं। यदि झारखंड के क्षेत्रों में यह अवैध कारोबार हुआ तो सख्त कार्रवाई होगी और जेल भी भेजें जायेगें। जबकी एनजीटी के अनुसार पूरे देश में बालू का उठाव पर रोक लगी है। बाबजूद बालू का उठाव और उत्खन्न अवैध कारोबार फल फूल रहा है। वहीं जब पुलिस ने महेंद्र गिरि से बालु टेंडर का पेपर दिखाने को कहा तो महेंद्र गिरि पोल्यूशन व क्लियरेंस पेपर नहीं दिखा पाया। अब इन बालू माफियाओं पर नकेल कसने के लिए जगन्नाथपुर पुलिस व स्थानिय जिला प्रशासन ने छापामारी अभियान को तेज करने के लिए विशेष छापामारी दल का गठन किया है, जो कभी भी, किसी समय बालू घाटों पर धावा बोल सकता है और अवैध रूप से बालू का उठाव व उत्खन्न करते पकड़े जानेवालों को सीधे जेल भेजा जा सकतात है।
मालूम हो झारखंड में बालू का टेंडर होना तय है, जिस कारण ओड़िशा के बालू माफिया अवैध रूप से बालू का कारोबार करने में जुटे हैं, क्योंकि झारखंड में बालू घाटों का नीलामी होने के बाद बालू माफियाओं का अवैध कारोबार बंद हो जायेगा। इस अवैध बालू के करोबार पर रोक लगाने और बालू घाटों की नीलामी करने की मांग से संबंधित मांग पत्र जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकू द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सौंपा गया था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधायक सोनाराम सिंकू को आश्वस्त किया है कि अगले माह बालू घाटों की नीलामी की जायेगी, ताकि सरकार को राजस्व और सस्ते दामों में सभी को बालू मिल सके।