चाईबासा: पुण्यतिथि पर शहीद खुदीराम बोस के चित्र के समीप पूर्व विधायक जवाहरलाल बानरा द्वारा दीप प्रज्वलन करते हुए पुष्प अर्पित किया गया. उसके बाद उपस्थित सभी भाइयों ने चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया है पूर्व विधायक जवाहरलाल बानरा ने उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बंगाल के हबीबपुर में 3 दिसंबर 1889 को जन्म हुआ. खुदीराम बोस अपनी स्कूली पढ़ाई के दिनों आजादी के आंदोलन में सम्मिलित हो गए थे. और 8वां क्लास में ही वे 1905 में बंद भग विरोधी आंदोलन में कूद पड़े और बंगाल विभाजन का विरोध किया सत्येन बोस के नेतृत्व में खुदीराम बोस ने अपने क्रांतिकारी जीवन शुरुआत किया.(नीचे भी पढ़े)
क्रांतिवीर खुदीराम बोस को आज ही के दिन अंग्रेजी हुकूमत के द्वारा फांसी दी गई थी. आज हम सब भारतवासी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं 75 वां वर्षगांठ है यह वर्षगांठ जो हम बना रहे हैं भारत के ऐसे वीर सपूतों के बलिदान सिम प्राप्त हुआ है इसीलिए हम सभी भारत वासियों का भी कर्तव्य बनता है कि इस आजादी का हम आनंद उठाते हुए देश के उत्थान एवं विकास में हमारा क्या भूमिका हो सकता है इसे अपने जीवन में निरंतर पालन करते रहना होगा तभी आजादी किया अमृत महोत्सव मनाना सार्थक होगा. कार्यक्रम में प्रताप कटियार, दिलीप साव, अनंत सयनम, राकेश पोद्दार, पिंटू प्रसाद ,कामेश्वर विश्वकर्मा, नंदे सोनकर, अजय मोहता, शिव बजाज ,राहुल कारवां ,चंद्रमोहन तियू रामवतार राम रवि, उपस्थित थे.