Chaibasa : पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोईलकेरा व सोनुवा थाना क्षेत्र में भाकपा माओवादियों का स्थापना दिवस मनाने को लेकर बैनर पोस्टर साट कर दहशत फैलाने तथा सात दिवसीय स्थापना दिवस को सफल बनाने के लिए चाईबासा पुलिस को भारी नुकसान पहुंचाने की साजिश के मंसूबे पर एक बार फिर पानी फिर गया। चाईबासा पुलिस के नये पुलिस कप्तान अजय लिण्डा की बेहतर कार्य योजना में फंसे माओवादियों की जहां मंशा फेल हुई, वहीं माओवादी संगठन के सैक मेम्बर अनमोल उर्फ सुशांत उर्फ लालचन्द दस्ता के सक्रिय सदस्य एवं सहयोगी रान्दो बोईपाई उर्फ कान्ति, बबलू सुरीन उर्फ जानुम सिंह व रामलाल जामुदा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. यह गिरफ्तारी माओवादी संगठन के लिए बड़ा झटका और चाईबासा पुलिस के बड़ी सफलता है। पुलिस अधीक्षक को शनिवार को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी दस्ता के सदस्य भाकपा माओवादी स्थापना दिवस को लेकर सोनुवा एवं गोईलकेरा थाना क्षेत्र के लगियासाई, दुनिया, चमकपुर, नुवागांव इत्यादि क्षेत्रों में पोस्टरबाजी करने के लिए घूम रहे हैं।
इस सूचना पर जांच करने एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए चाईबासा जिला पुलिस की एक टीम का गठन किया गया। इस टीम के द्वारा उग्रवादियों के विरुद्ध झाड़गॉव, कसरूवा , चमकपुर, नुवागांव क्षेत्रों में सघन छापामारी करते हुए अभियान चलाया जा रहा था। उसी दौरान लगियसाई की पहाड़ी के पास पुलिस बल को देखकर कुछ नक्सली भागने लगे, जिनमें से तीन नक्सलियों को सुरक्षा बलों के द्वारा पकड़ लिया गया। तलाशी लेने पर उनके पास से एक लोडेड देसी पिस्तौल एक मैगजीन पांच जिंदा राउण्ड, काफी मात्रा में पोस्टर बैनर जिस पर प्रतिबंधित भाकपामा ओवादी संगठन के द्वारा स्थापना दिवस मनाये जाने को लेकर नारे अंकित हैं, एक स्मार्ट फोन, एक छाता एवं जरूरत के अन्य सामान बरामद किया गये हैं। उन्होने अपने स्वीकारोक्ति बयान में माना है कि उक्त दस्ता के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर उन्होने पूर्व में कई नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया है। तीनों अभियुक्त सुशांत उर्फ अनमोल के दस्ता के अन्य सदस्यों के साथ सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से आईईडी बम ब्लास्ट करने के प्रयास में, पोस्टरबाजी करने, सुरक्षा बलों पर फायरिंग करने, दस्ता के लिए आवश्यक सामानों की व्यवस्था करने इत्यादि अन्य घटनाओं में शामिल रहे हैं। इस घटना के संदर्भ में सोनुवा थाना सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है।