संतोष वर्मा
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले के नोवामुण्डी प्रखंड मुख्यालय स्थित नक्सल प्रभावित क्षेत्र छोटानागरा में करोड़ो रूपये खर्च अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थय केंद्र का भवन बन कर तैयार हो गया. लेकिन अब उस अतिरिक्त स्वास्थय प्राथमिक केंद्र को लेने के लिए विभाग का एक भी अधिकारी तैयार नहीं है. कोरोना संक्रमण के इस दौर में कोरोना संक्रमितों के इलाज में जहां भवन और संसाधन की कमी बढ़ रही है, वहीं नक्सल प्रभावित सारंडा के छोटानागरा में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का कार्य पूर्ण होने के पश्चात् भवन को हैंड ओवर नहीं लिया जा रहा है. जबकि इसके लिए संवेदक ने झालको के क्षेत्रीय प्रबंधक को पत्र भी लिखा है. इस भवन का उपयोग कर सारंडा के ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा पहुँचायी जा सकती है. स्थानीय ग्रामीण, मुण्डा तथा मुखिया के द्वारा भवन को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को सौंपने को कहा जा रहा है, ताकि स्थानीय लोगों को सम्पूर्ण रूप से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके तथा आम जनता को स्वास्थ्य लाभ मिल सके. भवन हस्तगत करने के लिए पूर्व में तत्कालीन उपायुक्त के द्वारा भी संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया जा चुका है। भवन के हित में एवं चिकित्सा सुविधा ग्रामीणों को उपलब्ध कराने के लिए यथाशीघ्र भवन को प्रभारी चिकित्सक को हैंड ओवर कराना आवश्यक है. कोविड-19 महामारी के समय काल में उक्त भवन में चिकित्सा सुविधा सुचारू रूप से चालू की जा सकती है. जबकी सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा व विधायक सोनाराम सिंकू के अथक प्रयास से यह अधूरी योजना पूर्ण कराया गयी, ताकि कोरोना काल में क्षेत्र के ग्रामीणों को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके.
West-Singhbhum : नक्सल प्रभावित क्षेत्र छोटा नागरा में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बन कर तैयार, भवन लेने को तैयार नहीं विभाग
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