Chaibasa : पश्चिमी सिंहभूम जिले का सारंडा हो या पोड़ाहाट जंगल, माओवादियों की चाल को मात देने वाले निवर्तमान पुलिस कप्तान इंद्रजीत महथा का तबादला होते ही नक्सली फिर एक बार पांव पसारने की तैयारी में जुट गये हैं. मानो नक्सली जिले के नये एसपी के आने की खबर पर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दिखाने का प्रयास कर रहे हों. जिले के मनोहरपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रायडीह पंचायत के बड़पोस गांव में नक्सलियों ने बीती रात उत्पात मचाने के बाद जमकर पोस्टरबाजी की, जिससे गांव के लोगों में खौफ का माहौल है. वहीं भाकपा माओवादियों के दक्षिण जोनल कमेटी के द्वारा गांव में साटे गये पोस्टर में जहां लिखा गया है कि 21 से 27 सितंबर तक माओवादी सप्ताह दिवस के रूप में मनाया जायेगा, वहीं हेमंत सरकार के कार्यकाल का भंडाफोड़ किया जायेगा.
हेमंत सरकार के खिलाफ बड़पोस गांव व दुकानों में साटे गये पोस्टर में लिखा गया कि ‘ओड़ो मिसा सारंडा कार्य योजना लागू के एते ओड़ो मिसा आदिवासी को चेतन रे पुलिस कोवा, जुल्म लमिड हेमंत सोरकारा साजिश रेया भण्डाफोड़े पे?’ साथ ही गांव के ग्रामीणों से अपील की गई है इस सप्ताह दिवस को सफल बनाने में सहयोग करें. हलांकि पश्चिमी सिंहभूम जिले के नये पुलिस अधीक्षक अजय लिण्डा के लिए यह जिला नया नहीं है. अपने प्रशिक्षण कार्यकाल के दौरान के एक कड़क पदाधिकारी के रूप में यहां अपनी छाप छोड़ चुके हैं। प्रशिक्षु एसपी के रूप में जिले के सारंडा क्षेत्र के किरीबुरू नक्सल प्रभावित क्षेत्र का कार्यकाल रहा है. लाल माटी का काला खेल खेलने वाले लौहअयस्क कारोबारियों के विरुद्ध भी नकेल कसने में उनकी पहचान रही है तथा विधि-व्यस्था चुस्त और सड़क जाम मुक्त कराने वाले पदाधिकारी के रूप में वे जाने जाते हैं.