West singhbhum news : हाथियों के दो दलों की भिड़ंत में चार माह के बच्चा हाथी की मौत, वन विभाग ने घटनास्थल पर पहुंच व पोस्टमार्टम करा कर शव को दफनाया

राशिफल

चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले में हाथियों पर इन दिनों सामत आई हुई है।कभी हाथी दांत निकालने वाले तस्करों के शिकार हो जाते है, तो कभी कुछ। लेकिन जिले के तांतनगर प्रखंड क्षेत्र में पड़ने वाले तांतनगर अंगरडीहा गांव के पास पंचवटी जंगल के नीचे स्थित सरकारी तालाब के पास बीती रात हाथियों के दो दलों के बीच टकराव हो गया, जिसमें हाथियों ने एक चार माह के नर हाथी बच्चे को मार दिया। इधर सूचना मिलने पर वन विभाग के पदाधिकारियों ने घटनास्थल पहुंच कर मरे हाथी का घटनास्थल पर ही चिकित्सकों के द्वारा पोस्टमार्टम करा कर दफना दिया. क्षेत्रीय वनपाल बिपिन सिंक्कू के अनुसार जंगल में हाथियों के दो दल इस क्षेत्र में विचरण करते हैं, इसी बीच जंगल के पास स्थित सरकारी तालाब में दोनों दल में टकराव हो गया. उसी में हाथी के बच्चे मर गया होगा. इस दौरान हाथी को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी. वहीं कुछ लोग हाथी को सिंदूर का टीका लगाकर पूजा अर्चना कर आशीर्वाद भी लिया। मौके पर वनरक्षी एगनासुस मुर्मू, एक्का बाबलू लकड़ा, बिमल कुमार मौजूद थे। इस दौरान सांसद प्रतिनिधि विश्वनाथ तमसोय, शंकर बिरूली, बलेश्वर हेम्ब्रम, आकाश पुरती देखने गये थे. हाथियों द्वारा किसानों का नुकसान किये फसल का मुआवजे दिलाने की मांग भी गयी है.

जंगली हाथियों ने धान की फसल नष्ट की

अंगरडीहा गांव के समीप पंचवटी जंगल में काफी संख्या में हाथियों का झुंड रहा करता है।आये दिन शाम होते ही हाथियों का झुंड खेत की तरफ चले आते है। जिससे किसान शिवनारायण लोहार, नरेश पुरती, शैलेंद्र पुरती, जेम्स पुरती, चरण पुरती, जानो पुरती, घसीराम बड़ाये, बुधराम हेम्ब्रम, सत्यनारायण पान, श्याम पान, सिदिऊ हेम्ब्रम, रूपचंद गोप, आदि किसानों का 20 एकड़ जमीन में लगी धान की फसल को बर्बाद कर दिया गया। ज्ञात हो की पिछले साल भी इसी तालाब में हाथी के बच्चे की मौत हो गई थी। अंगरडीहा के सरकारी तालाब में पिछले साल भी इसी तालाब में मौत हुई थी। जंगल में प्रत्येक वर्ष धान पकते समय काफी संख्या में हाथियों का झुंड आते है. पिछले साल भी 3 माह की हाथी बच्चे की उसी तालाब में मौत हो गई थी।

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