चाईबासा : सड़क सुरक्षा समिति चाईबासा द्वारा सड़क सुरक्षा माह कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को बस स्टैंड चाईबासा स्थित यात्री विश्रामगार में बस चालकों के बीच नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बस चालकों के आंखों की जांच की गई। नेत्र जांच शिविर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में सदर अनुमंडल पदाधिकारी शशिंद्र कुमार बड़ाईक ने कहा की बस चालकों को नियमित रूप से अपने नेत्र एवं स्वास्थ्य की जांच करवानी चाहिए। शरीर में आंखें काफी नाजुक अंग होते हैं उनका जांच व उपचार जरूरी है। विशिष्ट अतिथि सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमर कुमार पांडे ने कहा कि बस चालकों को नेत्र जांच कराना काफी आवश्यक है, कारण की सभी बस यात्रियों के जान की जिम्मेवारी बस चालक पर होती है। जिला परिवहन पदाधिकारी अजय कुमार तिर्की ने कहा कि सभी वाहन चालकों को नियमित रूप से अपने आंखों की जांच करवानी चाहिए ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सके। (नीचे भी पढ़ें)
सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य सह सामाजिक कार्यकर्ता राजाराम गुप्ता ने कहा कि बस चालकों एवं अन्य भारी वाहनों के चालकों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है ऐसे में उनके समझ गई स्वस्थ समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।सड़क सुरक्षा माह कार्यक्रम के दौरान चाहिए कि सरकारी एवं निजी बस स्टैंड में फ्लेक्स, बैनर एवं अन्य जागरूकता के माध्यम से बस चालकों को जागरूक किया जाए, ताकि वे सदर अस्पताल स्थित नेत्र अस्पताल में जाकर बाद में भी अपने नेत्र की जांच करवा सकें। बस ओनर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मो. बारीक ने कहा कि मनुष्य के जीवन में आंखें बहुत महत्वपूर्ण होती है। आंखों के बिना संसार को नहीं देख सकते, बस चालक प्रतिदिन बस चलाते हैं। ऐसे में बस के शीशे से प्रकाश किरणे आंखों में आती है जिसके कारण नियमित रूप से आंखें जांच कराना आवश्यक है। इस अवसर पर मुख्य रूप से सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जगन्नाथ जगन्नाथ हेंब्रम, नेत्र चिकित्सक डॉ. सी एस टोपनो, डॉ मनोज सिंह मुंडा, सदर थाना प्रभारी निरंजन कुमार तिवारी, सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य राजाराम गुप्ता नितेश राठौर, पिआईयू टीम के आनंद आर्य, शिवकुमार ,कुबेर महतो आदि मौजूद थे।