रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग दिल्ली द्वारा रांची में 16अगस्त कोसुनवाई का स्थान जुडिशल एकेडमी धुर्वा में रखा गया है. सुनवाई में मनोहरपुर निवासी सुमांति जाते पर दिये गया महत्वपूर्ण फैसला पर सुनवाई होगी.जबकि इस मामले में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग दिल्ली ने झारखंड के चीफ सेक्रेटरी को स्पष्ट आदेश दे दिया था की सुमंती जाते बच्ची पर स्पष्ट था की इलाज में लापरवाही घोर किया गया है. जिसमें हॉस्पिटल के दो डॉक्टरों के साथ टेक्नीशियन लैब इत्यादि दोषी पाए गए और उस पर आयोग ने उन पर कार्रवाई करने का आदेश दिया था.(नीचे भी पढ़े)
लेकिन आदेश के बाद भी सुमांति जाते के परिवार को 2,00000 का लाभ नहीं मिला और ना ही दोषी डॉक्टरों टेक्नीशियन पर कोई कार्रवाई हुई.आयोग के तरफ से शिकायतकर्ता वा मानव अधिकार कार्यकर्ता बैरम खान को खुली सुनवाई में उपस्थित होने का आग्रह किया गया है.इस संदर्भ में बैरम खान ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग झारखंड में लाचार व्यवस्था में है जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रहे हैं. आयोग के फैसले पर लापरवाह डॉक्टरों पर कार्रवाई होती है. यकीनन इस तरह के फैसलों पर दूसरे डॉक्टर हॉस्पिटल इत्यादि गंभीर रहेंगे और मरीजों के लिए.