चाईबासा : आगामी 28-29 नवंबर को आदिवासी हो समाज महासभा के महाधिवेशन 2020 की तैयारी को लेकर आयोजन समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता देवेंद्रनाथ चांपिया ने की। इसमें महाधिवेशन कार्यक्रम के माध्यम से मतदान के अधिकार पर चर्चा की गयी और विशेष आगंतुकों के द्वारा आवश्यक सुझाव भी दिये गये, जिसके आधार पर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। (नीचे भी पढ़ें)
बैठक में लिये गये निर्णय
- प्रतिनिधि शुल्क 200 रुपए देकर प्रतिनिधि बनने वाले को ही पुनर्गठन में मतदान का अधिकार रहेगा।
- आजीवन सदस्य को भी मतदान का अधिकार रहेगा, परंतु उसे भी प्रतिनिधि बनना होगा।
- बाहर से आने वाले (भारतवर्ष) “हो” समाज के संगठनों से ज्यादा से ज्यादा पांच प्रतिनिधियों को मतदान करने का अधिकार दिया जाएगा और संगठन से जुड़े प्राधिकार पत्र लाना अनिवार्य होगा।
- पदाधिकारियों का चुनाव गुप्त मतदान के द्वारा होगा।
- मतदान के लिए मतपत्र रहेगा।
- वोटिंग के लिए प्रस्ताव से नाम आयेगा, उस पर ही मतदान होगा।
- अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष पद के लिए मतदान के द्वारा चुनाव होगा।
- चुनाव में बराबरी की अवस्था में महाधिवेशन की अध्यक्षता कर व्यक्ति का मत निर्णायक होगा।
- प्रतिनिधियों को निबंधन के समय बैज, नाम, क्रमांक, पहचान और फोल्डर फाइल दिया जायेगा। (नीचे भी पढ़ें)
बैठक में निबंधन समिति, प्रचार प्रसार समिति, नियंत्रण समिति आदि समिति का गठन किया गया। इसके साथ ही झारखंड सरकार में नियुक्त हाइस्कूल के शिक्षकों को सरकार के द्वारा बर्खास्त किए जाने जाने की नीति पर निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए खेद व्यक्त किया गया और सरकार से इस मामले में समाधान करने का आग्रह किया गया। बैठक में दामोदर सिंकू, शंकर सिंह हेंब्रम, रोयाराम चांपिया, जयपाल सिरका, संतोष कुमार पुरती, सत्यजीत लागुरी, संजय कुमार जामुदा, चिन्मय सोय, दामोदर हांसदा, पद्मालोचन सोय, दामू सुंडी, विमल किशोर बोयपाई, मनोज मेलगंडी, चक्र सिंकू, केसी बिरुली, घनश्याम गागराई, बाबूराम सोय, महेंद्र बिरुली, चैतन्य कुंकल, रमेश चंद्र सिंह कुंटिया, मोटाय सुन्डी, बलबद्र मेलगंडी, दुलू राम सामड, चक्र सिंकू, शांति सिदु, माधवी बानसिंह, लादुरा हेस्सा, सीता चातोम्बा, सिदिऊ होनहागा, सुखलाल पुरती, जयपाल सिरका, मरकन्डे देवगम, रामबली सिंकू, बामिया बारी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।