चाईबासा: कोरोना वायरस को लेकर देश में लगने वाले लॉकडाउन के पूर्व ही जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले रामचंद्रपुर निवासी 30 वर्षीय रंजीत प्रधान गोबर गांव की एक नाबालिग को शादी करने के नीयत से बहला -फुसला कर फरार हो गया था. इस संबंध में युवती के परिजन द्वारा जगन्नाथपुर थाना में रंजीत प्रधान पर नाबालिग को भगाने का एक मामला दर्ज किया गया था. इधर फरार युवक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी पोक्सों एक्ट के तहत निकला हुआ था हलांकि पुलिस पिछले छह माह से युवक की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत थी. छह माह से फरार चल रहें रंजीत प्रधान जब लॉकडाउन में थोड़ी ढील मिलने पर गांव आने का प्रयास किया तो जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधुसुदन मोदक को गुप्त सुचना मिली की रंजीत प्रधान गांव में आने वाला है और अभी फिलहाल तांतनगर में किराए के मकान में रह रहा है.
सूचना पाकर थाना प्रभारी मधुसुदन मोदक प्रशिक्षु एसआई ब्रजेश, कुमार, पवन कुमार, सअनि उमेश प्रसाद, तारकनाथ सिंह, महिला अरक्षी पेलॉंग हांसदा सहित चार जवान को छापामारी दल गठन कर गांव गए और ग्रामीण बनकर गांव में ही पुछताछ कर पुरी जानकारी ली. इसके बाद पुलिस ने इस मामले की जानकारी ग्रामीणों को दी. सूचना के आधार पर बताये गए पते पर जगन्नाथपुर पुलिस ने छापामारी की. जब पुलिस पहुंची तो रंजीत प्रधान ने घर के अंदर ही बल्ली के उपर चढ़ कर छिप गया और युवती को भी छिपा दिया. बाद में घर की तलाशी ली गयी तो नाबालिग को बरामद किया गया तथा घर के बल्ली के उपर छिपा रंजीत को गिरफ्तार किया गया. बाद में प्रेमी युगल को जगन्नाथपुर थाना लाया गया, जहां से युवक रंजित प्रधान को न्यायालय भेज दिया तथा नाबालिग का कोर्ट में 164 का बयान कराया गया.