जगन्नाथपुर : जगन्नाथपुर अनुमंडल मैदान में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार तथा झारखंड सरकार ग्रामीण विकास विभाग (जेएसएलपीएस) के सौजन्य से संचालित झारखंड स्टेट लाईवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के तत्वाधान में एकदिवसीय लुगम चासी मेला सह महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जगन्नाथपुर प्रखंड के पांच संकुल संगठनों से जुड़ी करीब 1500 महिलाएं शामिल हुईं। जगन्नाथपुर के भाग 1 व 2 के जिला परिषद सदस्य अभिषेक सिंकू और सरिता प्रधान ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर सखी मंडल की महिलाओं के द्वारा प्रार्थना की गयी, तत्पश्चात उन्हें शपथ दिलाई गई। स्वागत भाषण, प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया, समूह संगीत, नृत्य, गीत एवं उत्तम सखी मंडल संगठन संकुल संगठन एवं कैडरों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महिलाओं ने नारी का करो सम्मान पर दिया भाषण, नशा मुक्ति के लिए बहनों के द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया, वही कैसा की मंडल ने मिलकर सामूहिक गीत और नृत्य किया। आदिवासी नृत्य भी देखने को मिला।
जिला परिषद सदस्य सरिता प्रधान ने संबोधित करते हुए कहा कि गांव की विकास महिलाओं से ही संभव है महिलाएं आज महिला समूह के माध्यम से घर से निकल कर सो लंबी बन रही है 100 लंबी के साथ-साथ गांव में जागरूकता बढ़ रही है हम हमेशा सखी मंडल की महिलाओं के साथ कंधे से कंधे मिलाकर चलने को तैयार है जब भी मेरी जरूरत पड़े जिला परिषद सदस्य अभिषेक सिंकु ने कहा कि जेएसएलपीएस जैसी संस्था आज पूरे क्षेत्र में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का काम कर रही है इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं आज पुरुषों के साथ महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलने को तैयार दिख रही है।
प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक राउतु बोदरा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा की एनआरएलएम के तहत कार्यक्रम चल रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वालों को समूह से जोड़कर उनकी आजीविका को बढ़ाना है। सखी मंडल से जुड़ी सभी दीदियों का सशक्तीकरण करना है। यह कार्यक्रम उसी सशक्तिकरण का एक अंग है। साथ ही कहा कि सभी महिलाओं को ग्राम सभा के माध्यम से इनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि गांव के विकास में इनकी भूमिका सराहनीय रहे।
जानेश्वर नाथ रेणु प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक (महिला किसान) ने अपने सम्बोधन में कहा कि जगन्नाथपुर प्रखंड अंतर्गत तसर उत्पादक समूह का गठन किया गया है। प्रत्येक उत्पादन संचालन समूह को 15000/- रुपये दिया जाता है। विगत वर्ष 7 लाख तसर की खेती का उत्पादन हुआ था। अपने प्रखंड में इस बार 15 लाख का लक्ष्य रखा गया है। प्रति किसान सलाना 20 से 25 हजार आमदनी हो रही है। प्रखंड की 700 दीदियों के योगदान से तसर उत्पादन चल रहा है। प्रखंड के जलडिहा गांव में 70 लाख रुपये की लागत से कुकून बैंक का निर्माण किया गया है। जिसमे दो बेसिक सेट प्रोडक्शन यूनिट निर्माण कराया गया है। 21 व्यवसायिक बीज उत्पादन केंद्र का गठन किया गया है। जिसमें एक की लागत 320000 रुपये है। जिसका लाभ सभी दीदिओं को रोग रहित डीएफएस दिया जाता है।
कार्यक्रम में हुए सम्मानित : सर्वश्रेष्ठ सीएलएफ जैंतगढ़ क्लस्टर, सर्वश्रेष्ट वीओ जगन्नाथपुर-01 वीओ, सर्वश्रेष्ठ एसएचजी लक्ष्मी SHG, मोंगरा जगन्नाथपुर, मां तारिणी गौर दिघिया, सरजोम बा गुमूरिया भीओ, मां मनसा एसएचजी दलपोसी, रोशनी एसएचजी कंरजीया। सर्वश्रेष्ठ एडब्ल्यू प्रमिला प्रधान, पोकाम VO, Maa अंबिका गुमरिया, सर्वश्रेष्ठ बैंक सखी रानी देवी, बैंक ऑफ बड़ौदा जगन्नाथपुर, सर्वश्रेष्ठ AKM कल्याणी प्रधान, पदमपुर जैंतगढ़, सर्वश्रेष्ठ एपीएस बर्सुमन हेस्सा, पोखरिया करंजिया, सर्वश्रेष्ठ सीएलएफ अकाउंटेंट पार्वती दोराईबुरु, गुमुरीया, सर्वश्रेष्ठ MBK कुंती प्रधान जैंतगढ़, सर्वश्रेष्ठ VOA सावित्री तिरिया, कलैया वीओ-02, बेस्ट बीके सकुंतला नायक जैंतगढ़, बेस्ट JRP गोलक महतो, जैंतगढ़, सर्वश्रेष्ठ एआरएम ओबेन लागुरी, धनुर्जय पिंगुवा, दयानन्द जेराई। सर्वश्रेष्ठ सीएसपीयु सरस्वती तिरिया, रामसाय कन्डायबुरु, ओबीन सोय, सर्वश्रेष्ठ टेस्टर बासन्ती देवी, सर्वश्रेष्ठ फार्मर बेलमती। कार्यक्रम को रेशम क्रय-विक्रय पदाधिकारी कृष्णा कांत यादव, आत्मा के बीटीएम जगदीश दास, कृषि वैज्ञानिक सनत सवैयां, बीपीएम ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर संजय सोय, एसीओ माटाराम करुवा, बीएपी दीक्षा देवी, युक्तिनारायण, सिगंराय सुंडी, ठकनलाव तांती समेत अनेक लोग उपस्थित थे।