जमशेदपुर : भारत में वर्ष 2030 तक 300 मिलियन टन स्टील का उत्पादन करेगी. वर्तमान में देश में 106 मिलियन टन स्टील का उत्पादन हो रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में भारत में बढ़ते स्टील के डिमांड को पूरा करने के लिए उत्पादन को भी बढ़ाया जायेगा. यह जानकारी केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहीं. शुक्रवार की देर रात जमशेदपुर पहुंचे केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री ने ”www.sharpbharat.com” से न्यू डायरेक्टर्स बंगला में बातचीत की और भारत सरकार के आगे की रणनीति पर विस्तार से बातचीत की.
उन्होंने बताया कि 2014 में भारत में 95 मिलियन टन स्टील का उत्पादन होता था जो अब बढ़ऑकर 106 मिलियन टन के आसपास हो चुका है. इसको और बढ़ाया जाना है. वैसे उन्होंने किसी तरह के विस्तारीकरण के प्रोजेक्ट होने की बात या निवेश की बात से इनकार किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि कोल्हान में तीन माइंस का संचालन सेल कर रही है और आने वाले दिनों में जो भी आयरन ओर माइंस का ऑक्सन होगा, उस माइंस के लिए सेल भी बिडिंग का हिस्सा रहेगी. उन्होंने बताया कि मंदी से निबटने के लिए भारत सरकार द्वारा कई सारे कदम उठाये गये है. निश्चित तौर पर मंदी की स्थिति है, लेकिन इस स्थिति से हम लोग जरूर निबट लेंगे. बहुत जल्द भारत इस साल के अंत तक मंदी से बाहर आ जायेगी. बारिश के मौसम में वैसे भी कारोबार खराब रहता है और उसी का असर है. मंदी की स्थिति से कंपनियां दो चार कर रही है, लेकिन हालात पर भारत सरकार नजर रखे हुए है.
स्टील की बढ़ती कीमतों के बारे में केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री ने कहा कि यह समस्या है क्योंकि कच्चा माल की कीमत बढ़ रही है. इसकी कीमतें आने वाले दिनों में नहीं बढ़े, इसके लिए भी भारत सरकार प्रयास कर रही है, लेकिन कीमत के कारण क्वालिटी के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकेगा. स्टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (सेल) में खाली पदों पर बहाली पर लगायी गयी रोक के सवाल पर केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री ने कहा कि किसी तरह की कोई रोक नहीं है. बहाली की स्थिति को लेकर भारत सरकार के अधिकारियों को कहा गया है कि वैकेंसी को देखें, जहां वेकेंसी है, उसको भरी जाये ताकि कामकाज पर किसी तरह का कोई असर नहीं पड़े.